कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और निजी अस्पतालों में इलाज के प्रति लोगों में विश्वास की कमी है, ऐसे में पिछले कुछ सालों में भोपाल के एम्स ने अच्छी व्यवस्था स्थापित की है।
उन्होंने एम्स को भारत में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भरोसे का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए बहुत मेहनत करने की ज़रूरत है।
विवेक तन्खा ने की एम्स की तारीफ
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा ने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश सहित और देश के अन्य राज्यों में गिरती स्वास्थ्य सेवाओं से जूझ रहे गरीब और मध्यम वर्ग के मरीजों के लिए एम्स आशा का केंद्र है। उन्होंने कहा कि AIIMS भारत में स्वास्थ्य व्यवस्था के संदर्भ में ‘भरोसे का प्रतीक’ बन चुका है। देश के कई स्थानों पर स्वास्थ्य सेवाओं से जूझ रहे गरीब और मध्यमवर्गीय मरीजों के लिए एम्स एक आशा का केंद्र है, जिसे और सशक्त करने की जरूरत है।
एमपी की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर चिंता जताई
विवेक तन्खा ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति आज भी चिंताजनक है और एमपी में मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और निजी अस्पतालों में इलाज के प्रति लोगों को आस्था की कमी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग को बहुत महनत करने की जरूरत है और स्वास्थ्य और शिक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
एम्स भारत में स्वास्थ्य सेवाओं के संधर्ब में भरोसा का प्रतीक है। एमपी और देश के अन्य राज्यों में गिरती सेवाओ से जूझ रहे मरीजों जो ग़रीब एवं माध्यम वर्गी लोग है , के लिए एम्स आशा का केंद्र है। हमे इस उम्मीद को साकार करने के लिए बहुत सुधार लाना होगा। @aiims_newdelhi 1/2 pic.twitter.com/DamCWao7PJ
— Vivek Tankha (@VTankha) July 5, 2025





