केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ प्रस्तावित एनडीए सांसदों की डिनर बैठकें रद्द कर दी गई हैं। पंजाब और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में आई भयंकर बाढ़ से प्रभावित लाखों लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए यह फैसला लिया गया। रिजिजू ने कहा, “ऐसे संवेदनशील समय में जब लाखों लोग बाढ़ से पीड़ित हैं, भव्य डिनर आयोजित करना उचित नहीं है।” उन्होंने इस फैसले को पार्टी नेतृत्व की जिम्मेदारी का प्रतीक बताया।
हालांकि, किरने रिजिजू ने स्पष्ट किया कि दिल्ली में चल रही भाजपा सांसदों की कार्यशाला जारी रहेगी जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुरू से अंत तक मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा, “यह भाजपा की संस्कृति है कि नेता हो या सामान्य कार्यकर्ता, सभी एक समान हैं। कोई औपचारिक बैठने की व्यवस्था नहीं होती और प्रधानमंत्री स्वयं अक्सर पीछे की पंक्ति में बैठते हैं।” इस कार्यशाला में एनडीए के सभी सांसद सोमवार को शामिल होंगे जहां प्रधानमंत्री उनका मार्गदर्शन करेंगे।
कार्यशाला में सांसदों को सलाह
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दो दिवसीय कार्यशाला में सांसदों को सलाह दी कि वे अपने संसदीय क्षेत्रों में हर विधानसभा क्षेत्र में महीने में एक बार लोगों के साथ टिफिन बैठक करें, ताकि उनकी समस्याओं को विस्तार से समझा जा सके। उन्होंने सांसदों को संसदीय समिति की बैठकों से पहले और बाद में संबंधित मंत्रियों और अधिकारियों से मिलने की सलाह दी, ताकि वे विषय पर बेहतर जानकारी प्राप्त कर सकें। साथ ही, उन्होंने मंत्रियों को अधिकारियों के साथ उचित व्यवहार करने की हिदायत दी।
उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले आयोजन
यह कार्यशाला 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले आयोजित की जा रही है, जिसमें एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला होगा। सूत्रों के अनुसार, इस कार्यशाला में सांसदों को मतदान प्रक्रिया के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए एक मॉक पोल भी शामिल है। उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों से मिलकर बने 782 सदस्यों के निर्वाचक मंडल की ओर से किया जाएगा।





