टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहकर क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी थी। उनके इस फैसले पर हर कोई हैरान था, क्योंकि उन्होंने कोई संकेत तक नहीं दिया था। लेकिन अब बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली का बयान इस मामले को नया मोड़ दे रहा है। सौरव गांगुली ने साफ तौर पर कहा है कि बोर्ड को विराट के इस फैसले की जानकारी पहले से थी।
दरअसल सौरव गांगुली के मुताबिक, विराट ने संन्यास लेने से करीब चार दिन पहले BCCI को सूचित कर दिया था और बोर्ड ने उन्हें फैसले पर दोबारा सोचने को कहा, लेकिन विराट अपने फैसले पर कायम रहे।
जानिए सौरव गांगुली ने क्या कहा?
दरअसल सौरव गांगुली के इस बयान से यह साफ हो रहा है कि विराट कोहली का संन्यास कोई एकदम से लिया गया फैसला नहीं था, बल्कि यह एक सोच-समझकर लिया गया कदम था। खास बात यह भी रही कि बोर्ड ने विराट को रोकने की पूरी कोशिश की, जिससे साफ है कि उनके रिटायरमेंट की टाइमिंग ने सभी को चिंता में डाल दिया था। सौरव गांगुली, जो खुद भी एक समय विराट के साथ टकराव में रहे हैं, अब उन्होने अपने ताजा इंटरव्यू में कहा कि, “हमने विराट से अनुरोध किया था कि वो इस फैसले पर दोबारा विचार करें, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।”
क्या खराब फॉर्म बनी वजह?
वहीं विराट कोहली का करियर टेस्ट क्रिकेट में शानदार रहा है। उन्होंने 113 टेस्ट मैचों में 8676 रन बनाए, जिनमें 29 शतक शामिल हैं। उनका योगदान सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहा, उन्होंने टीम इंडिया को विदेशों में भी कई ऐतिहासिक जीत दिलाई। कोहली का आखिरी टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी रही, जहां पहले मैच में शतक लगाने के बाद वो पूरे सीरीज में फ्लॉप रहे। इसके बाद उन्होंने दिल्ली की ओर से रणजी ट्रॉफी खेली, लेकिन वहां भी वो लय हासिल नहीं कर पाए।





