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Thu, Dec 18, 2025

सीएम डॉ. मोहन यादव करेंगे ‘पर्यावरण से समन्वय’ संगोष्ठी का शुभारंभ, पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों पर होगी चर्चा

Written by:Shruty Kushwaha
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इस आयोजन में करीब 1500 इंजीनियर्स शामिल होंगे। कार्यक्रम में पर्यावरण-अनुकूल और टिकाऊ निर्माण तकनीकों पर चर्चा होगी। साथ ही भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष उपयोग एवं भू-सूचना विज्ञान संस्थान के विशेषज्ञ पीएम गतिशक्ति योजना, DPR निर्माण और जीआईएस मैपिंग पर प्रशिक्षण देंगे।
सीएम डॉ. मोहन यादव करेंगे ‘पर्यावरण से समन्वय’ संगोष्ठी का शुभारंभ, पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों पर होगी चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को भोपाल के रवींद्र भवन में ‘पर्यावरण से समन्वय’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी-सह प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ करेंगे। यह आयोजन लोक निर्माण विभाग के ध्येय वाक्य ‘लोक निर्माण से लोक कल्याण’ को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस आयोजन में अखिल भारतीय संयोजक पर्यावरण संरक्षण गतिविधि गोपाल आर्य, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह और भास्कराचार्य संस्थान के महानिदेशक टी.पी. सिंह समेत कई गणमान्य हस्तियां शामिल होंगी। यह आयोजन प्रदेश के करीब 1500 इंजीनियर्स को एक मंच पर लाएगा, जो बेहद महत्नपूर्ण पर्यावरण-अनुकूल और टिकाऊ निर्माण तकनीकों से परिचित होंगे।

‘पर्यावरण से समन्वय’ विषय पर संगोष्ठी

‘पर्यावरण से समन्वय’ विषय पर आयोजित होने वाली इस संगोष्ठी का मुख्य लक्ष्य इंजीनयर्स को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना और उनकी तकनीकी विशेषज्ञता को बढ़ाना है। संगोष्ठी के तकनीकी सत्र में पर्यावरण के अनुकूल नवीनतम निर्माण तकनीकों पर चर्चा होगी। यह आयोजन न सिर्फ तकनीकी कौशल को निखारेगा बल्कि पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार और टिकाऊ बुनियादी ढांचे के निर्माण को भी प्रोत्साहित करेगा।

पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों पर चर्चा होगी

इस संगोष्ठी में भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष उपयोग एवं भू-सूचना विज्ञान संस्थान (BISAG-N) गांधीनगर के विशेषज्ञ पीएम गतिशक्ति योजना के तहत डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) निर्माण और जीआईएस पोर्टल पर सड़कों एवं पुलों की भौगोलिक मैपिंग पर प्रशिक्षण देंगे। इससे परियोजनाओं की गुणवत्ता, पारदर्शिता और प्रभावशीलता में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है। इस पहल से प्रदेश में हरित, टिकाऊ और जिम्मेदार बुनियादी ढांचे के निर्माण को नई दिशा मिलने की उम्मीद भी है।