मध्य प्रदेश की डॉ मोहन यादव सरकार के दो वर्ष पूरे हो गए हैं, पिछले दिनों सभी विभागों ने सरकार के सामने अपने अपने विभाग का रिपोर्ट कार्ड पेश किया अब सभी विभागों के मंत्री मीडिया के सामने विभाग की उपलब्धियां गिना रहे हैं, इसी क्रम में खेल एवं युवा कल्याण तथा सहकारिता मंत्री आज पत्रकारों के सामने दोनों विभागों की प्रगति का लेखा जोखा बताया, उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डबल इंजन सरकार की परिकल्पना जहाँ केंद्र और राज्य एक साझा लक्ष्य, साझा गति और साझा परिणाम के साथ काम करते हैं, आज मध्यप्रदेश में ज़मीन पर साकार रूप ले रही है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के सक्षम नेतृत्व में मध्य प्रदेश ने बीते दो वर्षों में सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
मंत्री विश्वास सारंग ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग की उपलब्धिया गिनाते हुए कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के चलते प्रदेश का गौरव बढ़ाया है और देश में मध्य प्रदेश की नई पहचान बनाई है, उन्होंने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में भी मध्य प्रदेश सरकार ने नवाचार किये, इसमें किसानो, युवाओं सहित सहकारिता संस्थाओं को लाभ पहुंचाने का काम किया है।
खिलाड़ियों ने बढ़ाया मध्य प्रदेश का मान
मंत्री सारंग ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ी आज राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर पदक जीत कर देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। वर्ष 2024 में पेरिस (फ्रांस) में आयोजित ओलम्पिक व पैरा ओलम्पिक 2024 में प्रदेश के खिलाड़ियों ने प्रतिभागिता कर पदक अर्जित किये। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर भी मध्यप्रदेश ने खेलों में निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स, तमिलनाडु में भी प्रदेश के खिलाड़ियों ने 29 पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इसी प्रकार 38वें नेशनल गेम्स, उत्तराखण्ड में मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने 67 पदक अर्जित कर राज्यों में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पदक तालिका में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ
2024-25 की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए खेल मंत्री ने बताया कि प्रदेश के खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल 57 पदक तथा राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 391 पदक अर्जित किए। हॉकी एशिया कप 2025, 16वीं एशियन शूटिंग चैंपियनशिप कजाकिस्तान, खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल श्रीनगर एवं एशियन केनो स्लालम चैंपियनशिप चीन में मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर प्रदेश को शीर्ष राज्यों की श्रेणी में स्थापित किया है।
प्रदेश के खिलाड़ियों ने बनाएं नये राष्ट्रीय रिकॉर्ड
प्रदेश के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर न केवल निरंतर पदक अर्जित कर रहे हैं, बल्कि नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर मध्यप्रदेश की खेल प्रतिभा को नई पहचान दिला रहे हैं। पोल वॉल्ट में देव मीणा ने राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में रिकॉर्ड प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक हासिल किया है। शूटिंग में ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने 50 मीटर राइफल स्पर्धा में रिकॉर्ड स्कोर के साथ राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट उपलब्धि दर्ज की है। वहीं शॉट पुट में समरदीप सिंह ने अपने दमदार प्रदर्शन से राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है।
जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप कांस्य विजेता टीम में प्रदेश के 3 खिलाड़ी
मंत्री सारंग ने बताया कि तमिलनाडु में आयोजित एफआईएच जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप–2025 में भारतीय टीम ने अर्जेंटीना को 4–2 से पराजित कर पहली बार कांस्य पदक जीतकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि इस गौरवपूर्ण सफलता में मध्यप्रदेश पुरुष हॉकी अकादमी, भोपाल के प्रतिभाशाली खिलाड़ी अंकित पाल, तलैम प्रियोबर्ता एवं थोनाओजाम इंगालेंबा लुवांग के उत्कृष्ट प्रदर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
प्रदेश को स्पोर्ट्स हब बनाने का लक्ष्य
मंत्री सारंग ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 की विजेता भारतीय महिला टीम की सदस्य प्रदेश की क्रांति गौड़ को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शासन द्वारा 1 करोड़ रुपये की सम्मान राशि प्रदान की गई है। सारंग ने कहा कि प्रदेश में 18 खेलों की 11 खेल अकादमियां संचालित हैं, जहाँ 1300 से अधिक खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। खेल अधोसंरचना के क्षेत्र में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्यों में शामिल है। भोपाल के नाथू बरखेड़ा में लगभग 985 करोड़ रुपये की लागत से अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स निर्माणाधीन है। प्रदेश में 20 अंतर्राष्ट्रीय हॉकी सिंथेटिक टर्फ, 10 सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक तथा 120 से अधिक स्टेडियम एवं खेल परिसर विकसित किए जा चुके हैं। सरकार का लक्ष्य वर्ष 2047 तक मध्यप्रदेश को भारत का प्रमुख स्पोर्ट्स हब बनाना है।
हर विधानसभा में होगा खेल परिसर
मंत्री सारंग ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा शक्ति मिशन के अंतर्गत प्रदेश के युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने और उनकी प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में आधुनिक एवं बहुउद्देशीय खेल परिसरों के निर्माण को सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन खेल परिसरों में विभिन्न खेलों के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना, आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएँ, खिलाड़ियों के लिए अभ्यास एवं प्रतियोगिता के उपयुक्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के प्रतिभाशाली युवाओं को अपने ही क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा और प्रदेश में खेल संस्कृति को मजबूत आधार प्राप्त होगा।
सहकार से समृद्धि की दिशा में निरंतर अग्रसर प्रदेश
मंत्री सारंग ने कहा कि सहकारिता सरकार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। शून्य प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण योजना के अंतर्गत वर्ष 2024-25 में 34.42 लाख किसानों को 21,493 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया। जो गत वर्ष की तुलना में लगभग 1,550 करोड़ रुपये अधिक है। वर्ष 2025-26 हेतु राज्य शासन द्वारा 694 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि नवीन पैक्स, दुग्ध एवं मत्स्य सहकारी समितियों के गठन और पैक्स के कम्प्यूटरीकरण से किसानों को पारदर्शी और तकनीक आधारित सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
कमजोर जिला सहकारी बैंकों का सुदृढ़ीकरण
सहकारिता मंत्री ने कहा कि 38 में से 15 जिला सहकारी बैंकों के कमजोर होने के कारण किसानों को ऋण वितरण में कठिनाई थी। राज्य सरकार ने प्रथम चरण में 6 जिला बैंकों को 300 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की, जिससे ऋण वितरण दोगुना होकर 600 करोड़ रुपये से अधिक हुआ। उन्होंने बताया कि 4518 PACS के माध्यम से PMKSK अंतर्गत वर्ष 2024-25 में 24.66 लाख मीट्रिक टन खाद का वितरण किया गया। Rupay KCC कार्ड एवं माइक्रो एटीएम से वस्तु ऋण की सुविधा भी प्रारंभ की गई है।
सहकारिता में नवाचार, CPPP मॉडल के माध्यम से निजी निवेश
मंत्री सारंग ने बताया कि ‘एमपी चीता’ सहकारी बीज ब्रांड की शुरुआत, CPPP मॉडल के माध्यम से निजी निवेश और सहकारी क्षेत्र का समन्वय तथा दुग्ध उत्पादन में NDDB के साथ सहयोग से किसानों और ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं। दुग्ध उत्पादकों को बेहतर मूल्य और समय पर भुगतान सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने बताया कि GIS-2025 में CPPP मॉडल प्रारंभ कर सहकारी समितियों को निजी निवेश से जोड़ा गया। धान, नेपियर घास सहित विभिन्न फसलों में व्यावसायिक भागीदारी प्रारंभ की गई है।
IBPS के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया
सारंग ने बताया कि सहकारी संस्थाओं के कुशल संचालन हेतु मानव संसाधन विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। IBPS के माध्यम से PACS, जिला सहकारी बैंकों एवं अपेक्स बैंक में हजारों पदों पर पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अपनाई गई है। उन्होंने बताया कि मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत 5,200 से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्ण कर सहकारी कर्मचारियों को आधुनिक बैंकिंग, डिजिटल प्रणाली और प्रबंधन कौशल में दक्ष बनाया गया है।





