हरियाणा सरकार ने राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि राज्य में अब किसी भी घुसपैठिये को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है और उन्हें जल्द ही राज्य से बाहर निकाला जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को बसों के जरिए पश्चिम बंगाल की सीमा तक ले जाया जा रहा है, जहां से उन्हें बीएसएफ की निगरानी में बांग्लादेश भेजा जा रहा है।
देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा
सैनी ने साफ शब्दों में कहा, “हरियाणा की सरजमीं पर एक भी अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिया नहीं रहने दिया जाएगा। देश की सुरक्षा और अखंडता से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि जो लोग भारत की एकता में सेंध लगाने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री के मुताबिक, यह कार्रवाई न केवल हरियाणा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि पूरे देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए एक आवश्यक कदम है।
गुरुग्राम में पहले भी चल चुका है अभियान
मुख्यमंत्री ने बताया कि इससे पहले गुरुग्राम में भी बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया था। उस समय भी कई अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें राज्य से बाहर निकाला गया था। सैनी ने कहा कि यह प्रक्रिया अब और तेज की जाएगी और सभी जिलों में निगरानी बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में रह रहे संदिग्ध विदेशी नागरिकों की जांच करें और आवश्यक कार्रवाई करें।
ममता बनर्जी पर सीधा निशाना
मुख्यमंत्री सैनी ने इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने ममता पर आरोप लगाया कि वह देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों के प्रति नरमी बरत रही हैं।
यह बयान ममता बनर्जी की उस टिप्पणी के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ भाजपा शासित राज्य, विशेषकर हरियाणा, बंगाल के गरीब बांग्ला भाषी मजदूरों को परेशान कर रहे हैं और उन्हें जबरन बांग्लादेश भेजा जा रहा है। ममता ने इसे “भाषाई आतंक” कहा था। इसके जवाब में सैनी ने कहा, “यह बयान देश की एकता के खिलाफ है। ऐसे समय में जब हमें एकजुट होकर सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए, कुछ नेता सस्ती राजनीति कर रहे हैं।”





