कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर संसद में होने वाली चर्चा का स्वागत करते हुए कहा कि यह बहस लंबे समय से लंबित थी, लेकिन देर आए दुरुस्त आए। लोकसभा में सोमवार से शुरू होने वाली 16 घंटे की इस चर्चा में भारत-पाकिस्तान सैन्य तनाव, पहलगाम हमला और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप के दावों पर विचार होगा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी ने ऑपरेशन के अचानक रुकने के बाद विशेष सत्र की मांग की थी, जिसे सरकार ने नजरअंदाज किया लेकिन अब यह चर्चा स्वागत योग्य है।
कांग्रेस ने पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को अभी तक सजा न मिलने पर सवाल उठाए। रमेश ने बताया कि ये आतंकवादी पुंछ (दिसंबर 2023), गगनगीर और गुलमर्ग (अक्टूबर 2024) हमलों में भी शामिल थे। उन्होंने 22 अप्रैल को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का जिक्र किया, जिसमें खुफिया चूक पर सवाल उठे। बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री की जगह रक्षा मंत्री ने की थी। रमेश ने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान रणनीतिक गलतियों और राजनीतिक फैसलों ने सैन्य अभियानों को प्रभावित किया, जैसा कि सीडीएस जनरल अनिल चौहान और एक रक्षा अधिकारी ने सिंगापुर और जकार्ता में खुलासा किया।
ऑपरेशन सिंदूर को रुकवाने पर सवाल
जयराम रमेश ने ट्रंप के उन दावों पर भी सवाल उठाए, जिनमें उन्होंने 26 बार कहा कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को रुकवाया और भारत के साथ व्यापार समाप्त करने की धमकी दी। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि शायद पांच भारतीय लड़ाकू विमान मार गिराए गए। रमेश ने बताया कि अमेरिकी मध्य कमान के प्रमुख ने पाकिस्तान को आतंकवाद-रोधी अभियानों में बेहतरीन साझेदार बताया, जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री ने हाल ही में पाकिस्तान की सराहना की। उन्होंने भारतीय मीडिया के कुछ तबकों पर ऑपरेशन के दौरान अतिशयोक्तिपूर्ण रिपोर्टिंग का भी आरोप लगाया, जो देश के बाहर प्रभावहीन रही।
पहलगाम हमला सुरक्षा तंत्र की विफलता
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 14 जुलाई 2025 को पहलगाम हमले को सुरक्षा तंत्र की विफलता स्वीकार किया। विपक्षी दलों ने लोकसभा में सोमवार और राज्यसभा में मंगलवार को इस मुद्दे पर विशेष चर्चा की सहमति दी है। संसद सत्र के पहले सप्ताह में कार्यवाही ठप रहने के बाद इस बहस से सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद है। हालांकि, पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में बहस के दौरान माहौल गरम हो सकता है।





