दिल्ली AAP नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ईडी के उनके और अन्य ठिकानों पर हुए लगभग 19–20 घंटे तक की रेड का जिक्र करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ED को कुछ भी हाथ नहीं आया, यानी इस सारी कार्रवाई का रिजल्ट रहा कि कुल मिलाकर ‘जीरो’। उन्होंने इसे एक “खोटा ड्रामा” बताया और ED अधिकारियों पर तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया, साथ ही सबूतों की जांच की मांग भी उठाई।
सौरभ ने बताया कि ED ने मंगलवार सुबह 7:15 बजे उनके घर पर तलाशी शुरू की, ठीक उसी समय जब उनकी बेटी स्कूल के लिए जा रही थी। तलाशी में लगभग 43–44 सवाल उनसे पूछे गए, और शाम 7:15 तक उनका बयान रिकॉर्ड हुआ। इसके बीच ED के एक अधिकारी ने उनके पुराने दस्तावेजों को ढूंढ निकाला, एक हाई कोर्ट में फाइल किया गया हेल्थ विभाग का हलफनामा और उनका चुनाव हलफनामा—जो कि सार्वजनिक दस्तावेज हैं, लेकिन ED ने इसे आपराधिक रूप से पेश किया।
बयान में छेड़छाड़ का आरोप
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि शाम के समय ED ने उनके बयान की मुद्रित प्रति दी, जिसमें कथित तौर पर कई हिस्से काट दिए गए थे। जब उन्होंने उस पर हस्ताक्षर करने से मना किया, तो ED अधिकारियों ने उनका पुराना पंचनामा फाड़ दिया। वे यह भी जोड़ते हैं कि “अगर मैं झूठ बोलूंगा तो मुझे जेल भेज देंगे”—इस शपथपूर्वक बयान के बावजूद ED ने उनके बयान के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की।
की गई जांच की हुई मांग
सौरभ ने ED अधिकारियों पर आरोप लगाया कि उनके स्व-साक्ष्य को उनका Wi-Fi इस्तेमाल कर बाहर शेयर किया गया, और उन्होंने एक फॉरेंसिक जांच की मांग की—जिसमें ED के असिस्टेंट डायरेक्टर मयंक अरोड़ा के लैपटॉप और उनके प्रिंटर का ऑडिट शामिल है। उनका कहना है कि असली दस्तावेज वहीं मौजूद हैं और जनता को यह जानना हक़ है। AAP नेताओं ने इस रेड को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया, खासकर पीएम मोदी की डिग्री विवाद से ध्यान हटाने की नीयत से।
BJP का पलटवार
दिल्ली विधानसभा नेता आतिशी और पंजाब CM भगवंत मान ने इसे “ध्यान भटकाने की साजिश” क़रार दिया। AAP नेता मनीष सिसोदिया ने भारद्वाज की मुस्कान और धैर्य की तारीफ़ की, और कहा कि यह साहस सबके लिए प्रेरणा है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने भारद्वाज के प्रेस कॉन्फ्रेंस को “पॉलिटिकल ड्रामा” बताया, और उन्हें एक बेहतर पटकथा लेखक करार दिया। उनकी टिप्पणी थी कि भारद्वाज चुनाव हारने के बाद अब ED द्वारा “नया काम” पा रहे हैं।





