बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमलों ने भारत सरकार को गंभीर चिंता में डाल दिया है। दिसंबर 2025 में दो अलग-अलग घटनाओं में दो हिंदू युवकों की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद भारत ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को कड़ी चेतावनी दी है।
बता दें कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार हो रही हिंसा को लेकर भारत ने गहरी चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति जारी शत्रुता गंभीर चिंता का विषय है।
बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय ने इन घटनाओं को चिंताजनक करार देते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार दुश्मनी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की हालिया हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि भारत इस मामले पर लगातार नजर बनाए हुए है और बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपेक्षा करता है। भारत बांग्लादेश के लोगों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के पक्ष में है। हम बांग्लादेश में शांति और स्थिरता चाहते हैं और हमने लगातार बांग्लादेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी और भागीदारी वाले चुनावों की बात कही है।
बांग्लादेश के मेहमसिंह जिले में हिंदू युवकी की हुई थी हत्या
बता दें कि बीते 18-19 दिसंबर 2025 की रात को बांग्लादेश के मेहमसिंह जिले में कथित ईशनिंदा के आरोप में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। भीड़ ने न केवल उसे बेरहमी से पीटा, बल्कि शव को पेड़ से बांधकर आग भी लगा दी। इस घटना ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने इसकी निंदा की और सात लोगों की गिरफ्तारी की घोषणा की लेकिन हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही।
23 दिसंबर को देश के कई राज्यों में हुआ विरोध प्रर्दशन
बता दें कि 23 दिसंबर को बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि बांग्लादेश सरकार पर कूटनीतिक दबाव बनाया जाए और वहां अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराएं।





