Sat, Dec 27, 2025

दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में खालिस्तानी लिंक की जांच जारी, NIA को सौंपा जा सकता है केस

Written by:Diksha Bhanupriy
Published:
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दिल्ली के रोहिणी इलाके में रविवार सुबह बम ब्लास्ट की घटना देखने को मिली। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस, क्राइम ब्रांच और तमाम सुरक्षा एजेंसी जांच में जुट गई है।
दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में खालिस्तानी लिंक की जांच जारी, NIA को सौंपा जा सकता है केस

Delhi Blast: देश के कई स्थान पर इन दिनों दहशत फैलाने के लिए अलग-अलग तरह की साजिश और तरकीब अपनाई जा रही है। कुछ जगहों पर ट्रेन पलटने की साजिश की गई तो वहीं विमानों, स्कूलों, अस्पतालों को विस्फोट से उड़ाने की धमकियां भी सामने आई। इसी बीच राजधानी दिल्ली में कुछ ऐसा हुआ जिसने लोगों को हैरान कर दिया। यहां पर एक जोरदार बम धमाका कर दहशत फैलाने का प्रयास किया गया है।

राजधानी दिल्ली के रोहिणी इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के पास रविवार सुबह एक ब्लास्ट किया गया। यह धमाका काफी जोरदार था, जिसके कारण खिड़कियों के शीशे टूट गए और आसपास रखी गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत यह रही कि रविवार होने की वजह से स्कूल की छुट्टी थी और आसपास लोग मौजूद नहीं थे, जिसकी वजह से जनहानि नहीं हुई। घटना के तुरंत बाद इसकी जांच शुरू कर दी गई और दिल्ली पुलिस ने एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत FIR भी दर्ज की है। जानकारी के मुताबिक यह केस स्पेशल सेल या NIA को सौंपा जा सकता है।

धमाके के बाद पहुंची जांच एजेंसियां (Delhi Blast)

दिल्ली में सीआरपीएफ स्कूल के बाहर जैसे ही धमाके की सूचना मिली। तुरंत ही स्थानीय पुलिस के साथ दिल्ली क्राइम ब्रांच, साइबर विंग, स्पेशल सेल, एनडीआरएफ, फॉरेंसिक लैब की टीम, फायर ब्रिगेड, डॉग स्क्वॉड, बम निरोधक दस्ता, कैट एंबुलेंस का दस्ता मौके पर पहुंच गया था। जब यह पता चला कि विस्फोट विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है तब एनएसजी और एनआईए की टीम भी मौके पर पहुंची।

जांच एजेंसियां का क्या कहना

दिल्ली में हुए इस बम धमाके को जांच एजेंसी त्योहार के समय दहशत फैलाने की कोशिश के रूप में देख रही है। प्रशांत विहार थाने में भारतीय न्याय संहिता ओर विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला भी दर्ज किया गया है। गृह मंत्रालय को मामले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट भी भेजी गई है।

धमाके में हुआ रसायन का इस्तेमाल

स्पेशल सेल द्वारा की गई जांच के बाद यह सामने आया है कि मौके से किसी भी तरह का डेटोनेटर, टाइमर, घड़ी, बैटरी नहीं मिली है। शुरुआती तौर पर इसमें क्लोराइड, नाइट्रेट और पोटेशियम का इस्तेमाल किया गया है। ये उच्च श्रेणी का विस्फोटक नहीं माना जा सकता। जांच में कोई भी रेडियोएक्टिव पदार्थ भी नहीं मिला है।

खालिस्तानी लिंक की जांच

दिल्ली में हुए इस विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें की जा रही है। एक पोस्ट भी सामने आई है जिसमें खालिस्तान लिंक होने की बात कही गई है। बता दें कि देर रात एक टेलीग्राम चैनल जो पाकिस्तान से चलता है। यहां धमाके में खालिस्तान में उग्रवादियों को शामिल होने का दावा किया गया है। Justice League India नाम के टेलीग्राम चैनल पर बम धमाके का सीसीटीवी फुटेज डाला गया है। इसके बाद इस मैसेज को पाकिस्तान से चलने वाले कई टेलीग्राम चैनल पर फैलाया गया है। पोस्ट के सामने आने के बाद इस एंगल से भी जांच की जा रही है।