भारत का सर्वोच्च न्यायालय, जिसे सुप्रीम कोर्ट भी कहा जाता है, भारत का शीर्ष न्यायिक निकाय है। भारत का मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट का प्रमुख होता है। CJI (चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया) की नेतृत्व में ही देश के तमाम बड़े मामलों की सुनवाई होती है और वे ही तय करे हैं कि किन मामलों की सुनवाई कौन से जज करेंगे।
लेकिन क्या आप जानते है सुप्रीम कोर्ट के CJI को कितनी सैलरी मिलती है।सैलरी के अलावा CJI को क्या क्या सुविधाएं मिलती है।मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के जज को हर महीने 2.50 लाख रुपये सैलरी दी जाती है और सीजेआई बनने पर सैलरी 2.80 हो जाती है।इसके अलावा देश के चीफ जस्टिस को कई अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं।
सीजीआई को हर माह मिलता है इतना वेतन-भत्ता
- दिल्ली में मुफ्त सरकारी आवास, निजी सहायक, ड्राइवर और सुरक्षाकर्मी, बिजली-पानी मुफ्त या बहुत कम दरों पर फ्री मोबाइल और लैंडलाइन फोन, सरकारी खर्च पर देश-विदेश की यात्रा , फ्री मेडिकल सुविधा और सेवा के बाद पेंशन और सुरक्षा लाभ मिलता है।
- सीजेआई को 45,000 रुपये का सत्कार भत्ता और एक मुश्त 10 लाख रुपये फर्निशिंग अलाउंस के तौर पर मिलते हैं। देश के सीजेआई को टाइप 7 का बंगला और 24*7 सिक्योरिटी मिलती है।
- इसके अलावा नौकर, हेल्पर, ड्राइवर और एक क्लर्क भी मिलता है। अगर चीफ जस्टिस अपनी ड्यूटी के दौरान कहीं का दौरा करते हैं तो उन्हें उसका खर्च भी दिया जाता है। इसके साथ ही उन्हें गाड़ी के लिए हर महीने 200 लीटर फ्यूल भी दिया जाता है।
रिटायरमेंट के बाद कितनी मिलती है पेंशन
CJI को रिटायरमेंट के बाद हर महीने 1,40,000 रुपये और महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) पेंशन के तौर पर मिलता है। एक मुश्त 20 लाख रुपए ग्रेच्युटी के तौर पर मिलते हैं।रिटायरमेंट के बाद सीजेआई के साथ उनके परिवार को केंद्रीय सिविल सर्विस के क्लास वन अफसर और उसके परिवार के बराबर मेडिकल फैसेलिटीज और सुरक्षा भी मिलती हैं।रिटायर होने के बाद सीजेआई को एक साल तक 24 घंटे सुरक्षा मिलती है।
सीजेआई के पास होती है ये शक्तियां
- सीजेआई की सैलरी भारत के प्रधानमंत्री से भी ज्यादा होती है, क्योंकि प्रधानमंत्री को हर महीने 1.60 लाख रुपए बेसिक सैलरी मिलती है और तमाम भत्तों को मिलाकर यह 2 लाख हो जाती है।हालांकि भारत में सिर्फ राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की सैलरी, सीजेआई से ज्यादा है।
- CJI के पास कई महत्वपूर्ण शक्तियां होती हैं वे तय करते हैं कि कौन से मामले किस न्यायाधीश को सौंपे जाएंगे।वे संवैधानिक पीठों का गठन करते हैं जो महत्वपूर्ण कानूनी मामलों की सुनवाई करती हैं।CJI सुप्रीम कोर्ट के प्रशासनिक कार्यों की देखरेख करते हैं।
- CJI सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चीफ जस्टिस महत्वपूर्ण और संवेदनशील मामलों की सुनवाई के लिए विशेष पीठों का गठन कर सकते हैं।
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