राजस्थान के चर्चित युवा नेता नरेश मीणा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। आठ महीने बाद जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने अपने क्षेत्र में दमदार वापसी के संकेत दे दिए हैं। टोंक की देवली-उनियारा सीट के समरावता गांव में SDM को थप्पड़ मारने के मामले में जेल गए नरेश को हाल ही में राजस्थान हाई कोर्ट से ज़मानत मिली है। रिहा होते ही वे सीधे समरावता पहुंचे और स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उनके जेल से निकलते ही अंता विधानसभा सीट के उपचुनाव को लेकर चर्चाएं तेज़ हो गई हैं।
उपचुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं नरेश मीणा
दरअसल, बारां जिले की अंता सीट से भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा को SDM को पिस्टल दिखाने के मामले में सजा हो चुकी है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने स्टेट एडवोकेट जनरल की रिपोर्ट के आधार पर विधायक की सदस्यता रद्द कर दी है जिससे यह सीट अब खाली हो गई है। इसी के साथ यहां उपचुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है और यह संभावना जताई जा रही है कि नरेश मीणा इस उपचुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं।
उपचुनाव में होगा…
इस सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया का वर्षों से दबदबा रहा है। हालांकि, नरेश मीणा बीते कुछ सालों में उनके कड़े विरोधी बनकर उभरे हैं। वे लगातार प्रमोद भाया पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं और उनके घर के सामने प्रदर्शन भी कर चुके हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नरेश मीणा की इस सीट पर पहले से नज़र थी और अब उपचुनाव उनके लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है।
2023 प्रमोद जैन भाया को 5861 वोटों से हराया
2023 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा के कंवरलाल मीणा ने कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया को 5861 वोटों से हराया था। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के दुष्यंत सिंह ने कांग्रेस की उर्मिला जैन भाया को करीब साढ़े तीन लाख वोटों से हराया। अंता विधानसभा सीट पर भाजपा का दबदबा बना हुआ है, लेकिन नरेश मीणा की मौजूदा लोकप्रियता और क्षेत्र में मजबूत पकड़ को देखते हुए इस बार मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।





