सावन का महीना (Sawan 2025) भगवान शिव की भक्ति का सब से पावन समय माना जाता है। इस समय शिवलिंग पर जल चढ़ाना, उपवास रखना और विशेष पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर दिन दीपक जलाने की एक ख़ास विधि अपनाकर आप नकारात्मक ऊर्जा, बीमारी और ग़रीबी जैसी परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं।
हिन्दू धर्म में एक दीपक को सिर्फ़ रोशनी का श्रोत नहीं माना जाता है बल्कि इसे ऊर्जा का प्रतीक भी माना जाता है। ख़ासकर सावन में जब वातावरण ख़ुद आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर होता है, तब दीपक जलाना घर और जीवन दोनों में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है।
सावन में रोज़ दीपक क्यों जलाना चाहिए?
सावन का पावन महीना वातावरण को शुद्ध और ऊर्जा से भरपूर बनाने का एक बहुत ही अच्छा समय होता है। ऐसे में दीपक जलाना न सिर्फ़ धार्मिक दृष्टि से बल्कि मानसिक शांति और स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है।
दीपक जलाने से क्या-क्या फ़ायदे होते हैं
- घर में सकारात्मक उर्जा का प्रभाव बढ़ता है
- नकारात्मक शक्तियां और बुरी नज़र दूर होती है
- आर्थिक रुकावटें और दुर्भाग्य से राहत मिलती है
- ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम होते हैं
- मानसिक तनाव में राहत और एकाग्रता में वृद्धि होती है
किस दिशा में और किस तेल से जलाना चाहिए दीपक?
सावन के महीने में एक दीपक हमेशा उत्तर पूर्व दिशा में ही जलाना चाहिए। अगर आप स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे हैं तो सरसों का तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं, अगर आप लगातार आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो ऐसे में गाय के घी का दीपक जलाना बेहद फ़ायदेमंद माना जाता है। अगर समय की बात की जाए तो सुबह सूर्योदय से पहले या शाम को सूर्यास्त के बाद दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है। काले धागे की रूई से बनी बत्ती का प्रयोग करना चाहिए। दीपक मंदिर या फिर तुलसी के पास जलाना अच्छा रहेगा।
सावन में दीपक जलाते समय बोलें ये मंत्र और करें प्रार्थना
दीपक जलाने का असर और प्रभाव तब और बढ़ जाता है जब आप इसे ध्यान और मंत्रोच्चारण के साथ करें। दीप जलाते समय निम्न मंत्र बोलना अत्यंत फलदायी माना गया है, दीपो ज्योति परब्रह्म, दीपो ज्योति जनार्दनः। दीपो हरतु मे पापं, संध्यादीप नमोऽस्तुते॥ इस मंत्र के साथ भगवान शिव से प्रार्थना करें कि आपके जीवन से अंधकार, रोग, दरिद्रता और बाधाएं समाप्त हों। इस साधारण-सी विधि से बड़े-बड़े संकट टल सकते हैं।





