उत्तराखंड में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार प्राकृतिक आपदाएं हो रही हैं। बादल फटना, भूस्खलन और भू-धंसाव ने कई गांवों को प्रभावित किया है। सैंकड़ों लोग आज भी राहत शिविरों में रह रहे हैं। इस मुश्किल समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य का दौरा करने वाले हैं। सरकार ने केंद्र से 5702 करोड़ रुपये की विशेष मदद मांगी है। प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लगातार संपर्क में हैं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी जल्द ही प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और नुकसान का जायजा लेंगे।
आपदाग्रस्त इलाकों की स्थिति
उत्तराखंड में 5 अगस्त से आपदाओं का सिलसिला शुरू हुआ है। सबसे पहले उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना हुई। इसके बाद भूस्खलन और भू-धंसाव ने कई इलाकों को नुकसान पहुंचाया। सैकड़ों गांवों में घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। कई परिवार राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। अभी तक स्थिति सामान्य नहीं हुई है। स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है, लेकिन अभी भी कई लोग मदद का इंतजार कर रहे हैं।
केंद्र से मिली विशेष मदद की मांग
राज्य सरकार ने केंद्र से 5702 करोड़ रुपये की विशेष सहायता मांगी है। यह मदद आपदा प्रभावित इलाकों के पुनर्वास और राहत कार्यों के लिए जरूरी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी। राहत शिविरों में जरूरी सामान पहुंचाने के साथ ही घरों और बुनियादी सुविधाओं की मरम्मत का काम तेजी से किया जाएगा। केंद्र से मदद मिलने पर इन कार्यों को और बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार मुख्यमंत्री धामी से संपर्क में हैं। वे आपदा की गंभीरता को समझ रहे हैं। जल्द ही वे उत्तराखंड दौरे पर आने वाले हैं। अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि वे सीधे प्रभावित इलाकों में जाएंगे या हवाई सर्वेक्षण करेंगे। सरकार ने दौरे की तैयारी शुरू कर दी है। आधिकारिक कार्यक्रम पीएमओ से जल्द ही सामने आएगा। पूरे प्रदेश को पीएम के दौरे का इंतजार है।
केंद्रीय टीम का दौरा
सोमवार को केंद्रीय टीम उत्तराखंड आने वाली है। टीम आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा कर नुकसान का आकलन करेगी। यह दौरा राहत कार्यों को मजबूत करने और केंद्र से मदद सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। टीम में विशेषज्ञ और अधिकारी शामिल होंगे। वे स्थानीय प्रशासन से जानकारी लेकर आपदा की पूरी रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसके आधार पर राहत योजनाओं को लागू किया जाएगा।
राहत और पुनर्वास की दिशा
राज्य सरकार का मुख्य ध्यान प्रभावित परिवारों की मदद पर है। जरूरतमंद लोगों के लिए राहत शिविर चल रहे हैं। साथ ही, पुनर्वास की योजनाएं भी बनाई जा रही हैं। केंद्र से मिली मदद से घरों की मरम्मत, बुनियादी सुविधाओं की बहाली और आजीविका के लिए कदम उठाए जाएंगे। सरकार का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल की जाए और लोग अपने घरों में लौट सकें। पीएम मोदी के दौरे से राहत कार्यों को और गति मिलने की उम्मीद है।





