Tue, Dec 30, 2025

उत्तराखंड ने खनन सुधारों में रचा इतिहास, देश में हासिल किया दूसरा स्थान, केंद्र सरकार ने दी 200 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि

Written by:Shyam Dwivedi
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड ने खनन सुधारों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। केंद्र सरकार ने उत्तराखण्ड को 200 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि से पुरस्कृत किया है।
उत्तराखंड ने खनन सुधारों में रचा इतिहास, देश में हासिल किया दूसरा स्थान, केंद्र सरकार ने दी 200 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि

उत्तराखंड तेजी से विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। धामी सरकार ने खनन सुधारों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। अच्छे प्रदर्शन और लगातार सुधारों के चलते केंद्र सरकार ने उत्तराखण्ड को 200 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि से पुरस्कृत किया है।

मुख्यमंत्री धामी ने केंद्र सरकार का जताया आभार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खनन सुधारों के लिए उत्तराखण्ड को विशेष प्रोत्साहन राशि दिए जाने पर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का आभार व्यक्त करता हूं। यह सहयोग उत्तराखण्ड के खनन क्षेत्र में पारदर्शिता, तकनीकी सुधार और सतत विकास को नई गति देगा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस राशि का उपयोग खनन व्यवस्था को अधिक व्यवस्थित, पर्यावरण-संवेदनशील और रोजगारोन्मुखी बनाने में करेगी। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने के साथ ही स्थानीय युवाओं के लिए नए अवसर सृजित होंगे।

खनन सुधारों में शानदार प्रदर्शन के लिए भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए पूंजी निवेश हेतु राज्यों को विशेष सहायता योजना (SASCI) के अंतर्गत उत्तराखण्ड को 200 करोड़ रुपये की विशेष सहायता (ऋण) स्वीकृत की है। यह धनराशि माइनर मिनरल्स सुधारों और स्टेट माइनिंग रेडीनेस इंडेक्स से जुड़े सुधार कार्यों को पूरा करने के लिए दी गई है।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने खनन क्षेत्र में बड़े सुधार किए हैं। इनमें ई-नीलामी प्रणाली, सेटेलाइट आधारित निगरानी, सख्त अनुपालन व्यवस्था, अवैध खनन पर रोक को आधुनिक माइनिंग सर्विलांस सिस्टम का सुदृढ़ीकरण मुख्य है। साथ ही खनन लॉट के आवंटन की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया गया है। इन खनन सुधारों के परिणामस्वरूप आज खनन क्षेत्र प्रदेश सरकार की आय का प्रमुख स्रोत बन गया है। खनन राजस्व में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। खनन राजस्व 300 करोड़ रुपये से 1200 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।