Tue, Dec 23, 2025

3 राशियों का Luck बदलेगा शनि-शुक्र का पावरफुल राजयोग! नौकरी-व्यापार में दिलाएगा तरक्की, बढ़ेगा मान सम्मान, धनलाभ के प्रबल योग

Written by:Pooja Khodani
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जून महीने में शनि मीन और शुक्र मेष राशि में रहेंगे, ऐसे में शनि और शुक्र एक-दूसरे से 30 डिग्री पर होंगे, जिससे द्विद्वादश योग का निर्माण हो रहा है, जो 3 राशियों के लिए शुभ साबित हो सकता है। आइए जानते हैं इन भाग्यशाली राशियों के बारे में…
3 राशियों का Luck बदलेगा शनि-शुक्र का पावरफुल राजयोग! नौकरी-व्यापार में दिलाएगा तरक्की, बढ़ेगा मान सम्मान, धनलाभ के प्रबल योग

Shani Shukra Yuti : ज्योतिष शास्त्र में न्याय व दंड के देवता शनि और दैत्यों के गुरू शुक्र ग्रह की भूमिका बेहद अहम होती है। शनि सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं, जिन्हें एक से दूसरी राशि में जाने के लिए करीब 2.5 वर्ष का समय लगता हैं, इसलिए एक ही राशि में दोबारा आने में शनि को 30 साल लग जाते है। शुक्र ग्रह को संपत्ति, ऐश्वर्या, वैभव का कारक माना जाता है,वे हर माह राशि बदलते है।

वर्तमान में शनि मीन राशि में विराजमान है और सुख वैभव एश्वर्य और संपत्ति के कारक शुक्र मेष में स्थित है, ऐसे में 7 जून को दोनों ग्रह एक दूसरे से 30 डिग्री पर रहेंगे और द्विद्वादश योग का निर्माण करेंगे, जो 3 राशियों के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है।आईए जानते है कौन सी है वो लकी राशियां………

शनि-शुक्र का शक्तिशाली राजयोग, राशियों पर प्रभाव

मकर राशि : शुक्र शनि का संयोग और द्विद्वादश योग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। अविवाहितों के लिए शादी के प्रस्ताव आ सकते है। धर्म-कर्म के मामलों में रूचि बढ़ेगा। यात्रा के प्रबल योग है। परिवार और भाग्य का साथ मिलेगा।नौकरी में तरक्की मिल सकती है। लंबे समय से चली आ रही परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है।बिजनेस में मुनाफा होने के प्रबल योग है। मान-सम्मान बढ़ेगा।

मेष राशि : शुक्र शनि का द्विद्वादश योग जातकों के लिए वरदान से कम साबित नहीं होगा। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम रहेगा। नए अवसर मिल सकते है। संतान की ओर से चली आ रही परेशानियों का अंत होगा। आपकी कई इच्छाएं पूरी हो सकती है। व्यापार के क्षेत्र में तरक्की मिल सकती है। अटके रूके कामों को गति मिलेगी। जीवन में खुशहाली आएगी।

कुंभ राशि :शुक्र शनि का द्विद्वादश योग जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। कार्यों में सफलता मिल सकती है। जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में भी लाभ मिलने के प्रबल योग हैं। मेहनत का फल मिलेगा। सेहत अच्छी रहेगी।शनि का आर्शीवाद मिलेगा।। धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। करियर कारोबार और नौकरी के लिए नए मार्ग खुलेंगे।

कब बनता है द्विद्वादश योग

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब दो ग्रह कुंडली में एक-दूसरे से दूसरे और बारहवें भाव में हो या फिर एक-दूसरे से 30 डिग्री पर होंते है, तो द्विद्वादश योग का निर्माण होता है। सूर्य और शनि 15 अप्रैल को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर एक-दूसरे से 30 डिग्री पर होंगे।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)