मध्यप्रदेश में खेलों के विकास और प्रतिभाओं को मंच देने के लिए सरकार एक बड़े आयोजन की तैयारी कर रही है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने भोपाल में एक प्रेसवार्ता के दौरान ‘खेलो एमपी यूथ गेम्स 2025’ के आयोजन की घोषणा की। उन्होंने इसे ‘मध्यप्रदेश का ओलंपिक’ करार दिया है। यह आयोजन 10 जनवरी से शुरू होकर 31 जनवरी 2026 तक चलेगा।
मंत्री सारंग ने बताया कि देश में यह पहली बार होगा जब खेल विभाग और सभी खेल संघ (Sports Associations) मिलकर किसी बड़े आयोजन की जिम्मेदारी संभालेंगे। पहले खेल विभाग और संघों की टीम चयन प्रक्रिया अलग-अलग होती थी, लेकिन अब यूथ गेम्स में सरकार के साथ खेल संघ भी सीधे तौर पर शामिल होंगे। इसका मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों को प्राथमिकता देना और बड़े स्तर पर प्रदेश की मजबूत टीम का चयन करना है।
ब्लॉक से लेकर राज्य स्तर तक होगा महाकुंभ
यह प्रतियोगिता चार चरणों में आयोजित की जाएगी। शेड्यूल के मुताबिक, ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताएं 10 से 15 जनवरी, जिला स्तरीय 16 से 20 जनवरी, संभाग स्तरीय 21 से 25 जनवरी और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं 28 से 31 जनवरी तक होंगी। इस महाकुंभ में प्रदेश के सभी 313 ब्लॉक शामिल होंगे। आयोजन में भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, रीवा, सागर, उज्जैन और शहडोल संभाग की भागीदारी रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस महाकुंभ की औपचारिक लॉन्चिंग करेंगे, जबकि समापन समारोह भोपाल में होगा।
क्रिकेट और पारंपरिक खेलों की एंट्री
इस बार के यूथ गेम्स में कुल 27 खेलों को शामिल किया गया है। खास बात यह है कि पहली बार क्रिकेट को भी इस सरकारी आयोजन का हिस्सा बनाया गया है। इसके अलावा, पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पिट्ठू और रस्साकशी जैसे खेलों को भी जगह दी गई है। मंत्री ने कहा कि यह एक नई शुरुआत है और यूथ गेम्स अब प्रदेश की टीम चयन प्रक्रिया का आधार बनेंगे।
मेट्रो पर श्रेय की राजनीति पर पलटवार
प्रेसवार्ता के दौरान मंत्री विश्वास सारंग ने भोपाल और इंदौर को मिली मेट्रो की सौगात पर भी बात की। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। मेट्रो शुरू होने से नागरिकों को आवागमन में बड़ी सुविधा मिलेगी। वहीं, कांग्रेस नेता कमलनाथ द्वारा मेट्रो का श्रेय लेने के सवाल पर सारंग ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को झूठा श्रेय लेने की आदत हो गई है, जबकि देश में ‘बेड़ा गर्क’ करने का श्रेय ही कांग्रेस को जाता है। विकास के काम केवल बीजेपी सरकार कर रही है।





