MP Weather Forecast : मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते प्रदेश के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। रविवार को भी प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों में घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के अनुसार, अभी दो से चार दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। भोपाल मौसम केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक, शनिवार रात और रविवार सुबह के बीच प्रदेश के 26 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। उमरिया में सबसे ज्यादा ठंड रही, जहां न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, दिन का सबसे कम तापमान ग्वालियर में 19.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
रविवार को एमपी के इन जिलों में घना कोहरा
- रविवार सुबह ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, शहडोल, उमरिया और कटनी में घना कोहरा छाया रहा। भोपाल, शाजापुर, देवास, सीहोर, रायसेन और विदिशा में भी मध्यम कोहरा दर्ज किया गया है।
- मौसम विभाग ने रविवार को इंदौर में शीतलहर चलने की संभावना जताई है। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं घना कोहरा व जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में सुबह शाम कहीं-कहीं मध्यम कोहरा भी छा सकता है। प्रदेश के कई हिस्सों में दृश्यता काफी कम रह सकती है जिसके चलते सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है।
25 दिसंबर को एक्टिव होने वाला है नया वेदर सिस्टम
भोपाल मौसम केन्द्र के मुताबिक, साउथ-वेस्ट ईरान और आस-पास के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में अब सेंट्रल ईरान और आस-पास के इलाकों में है और माध्य समुद्र तल से 5.8 km किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। उत्तर भारत के ऊपर माध्य समुद्र तल से 12.6 किमी की ऊँचाई पर लगभग 194 किमी/घंटा की गति से उपोष्ण पश्चिमी जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही है। एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ 25 दिसंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है।फिलहाल 2-4 दिन मौसम का मिजाज यूही बना रहेगा।
25 दिसंबर से बदलेगा मध्य प्रदेश का मौसम
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ 25 दिसंबर से हिमालयीन क्षेत्र में सक्रिय होने जा रहा है। यह विक्षोभ फिलहाल कमजोर दिख रहा है, लेकिन इसके सक्रिय होने से हवाओं का रुख बदल सकता है और प्रदेश के मौसम में फिर से बदलाव देखने को मिल सकता है। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ सेंट्रल ईरान और आस-पास के इलाकों में समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है।
कोहरे से यातायात प्रभावित
घने कोहरे का सीधा असर यातायात सेवाओं पर पड़ रहा है। विजिबिलिटी कम होने के कारण कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। इसका असर हवाई सेवाओं पर भी दिखा है। भोपाल और इंदौर से दिल्ली-मुंबई जाने वाली उड़ानों के संचालन में भी बाधा आई है। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे बदलते मौसम और गिरते तापमान को देखते हुए अपनी फसलों की विशेष देखभाल करें।
इन जिलों में छाया रहा घना कोहरा
रविवार की सुबह ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों समेत कई अन्य इलाकों में कोहरे की घनी चादर लिपटी रही। ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, शहडोल, उमरिया और कटनी में घना कोहरा देखा गया। वहीं राजधानी भोपाल, शाजापुर, देवास, सीहोर, रायसेन और विदिशा में मध्यम कोहरा दर्ज किया गया।
आज इन शहरों में अलर्ट
मौसम विभाग ने इंदौर में शीतलहर चलने की संभावना जताई है। इसके अलावा ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है। जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों में सुबह और शाम के वक्त मध्यम कोहरा देखने को मिल सकता है। पिछले 24 घंटों में इंदौर, शहडोल और सिवनी जिलों में शीतलहर का प्रभाव पहले ही देखा जा चुका है।
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