केंद्रीय मंत्री और ‘हम’ (HAM) सुप्रीमो जीतन राम मांझी द्वारा सांसदों और विधायकों पर ‘कमीशन’ लेने का आरोप लगाने वाले बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने साफ कर दिया है कि यह मांझी की व्यक्तिगत टिप्पणी है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
BJP नेता प्रतुल शाहदेव ने मीडिया से बातचीत में मांझी के बयान को अनुचित करार दिया। उन्होंने कहा कि यह समझ से परे है कि एक वरिष्ठ नेता ने किस संदर्भ में ऐसी बात कही है। शाहदेव ने जोर देकर कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों पर इस तरह का सामान्यीकृत आरोप लगाना सही नहीं है।
NDA ने बयान से किया किनारा
प्रतुल शाहदेव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि NDA इस बयान से सहमत नहीं है और न ही भाजपा इस तरह की सोच का समर्थन करती है। उन्होंने कहा, ‘पार्टी का मानना है कि जनप्रतिनिधि अपनी क्षमता के अनुसार पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी से जनता के लिए काम करने का प्रयास करते हैं।’
भाजपा नेता ने यह भी जोड़ा कि मांझी का यह बयान गठबंधन की सामूहिक सोच को प्रतिबिंबित नहीं करता है, इसलिए इसे किसी भी सूरत में NDA की आधिकारिक राय के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। गौरतलब है कि मांझी के इस बयान के बाद से बिहार के सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है और विरोधी दलों को भी बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है।





