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Fri, Dec 19, 2025

गौतम अडानी ने हेल्थकेयर सेक्टर में उतरने का किया फैसला, 60,000 करोड़ के निवेश के साथ शुरू किया जाएगा हेल्थकेयर टेंपल

Written by:Rishabh Namdev
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गौतम अडानी लगातार अपने बिजनेस को विकसित करने में लगे हुए हैं। वे अपने बिजनेस को तेजी से विस्तार कर रहे हैं और अब हाल ही में उन्होंने हेल्थकेयर सेक्टर में उतरने का भी निर्णय लिया है। अडानी की फैमिली की ओर से हेल्थकेयर सेक्टर में 60,000 करोड़ रुपए का निवेश किए जाने का मन बनाया गया है।
गौतम अडानी ने हेल्थकेयर सेक्टर में उतरने का किया फैसला, 60,000 करोड़ के निवेश के साथ शुरू किया जाएगा हेल्थकेयर टेंपल

भारत के दिग्गज व्यापारी और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शुमार गौतम अडानी अब अपने बिजनेस को और भी तेजी से एक्सपैंड कर रहे हैं। अब गौतम अडानी ने हेल्थकेयर सेक्टर में उतरने का बड़ा निर्णय लिया है। अब उनके परिवार की ओर से इस सेक्टर में लगभग 60,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। इसकी जानकारी खुद शुक्रवार को एक सर्जन के साथ संवाद में गौतम अडानी द्वारा दी गई।

गौतम अडानी ने एनर्जी और रियल एस्टेट में अपना दबदबा कायम किया है। ऐसे में अब उनका हेल्थकेयर सेक्टर में उतरना बड़े-बड़े व्यापारियों के लिए भी चुनौती साबित हो सकता है। हालांकि देश के लिहाज से यह कदम बेहद ही महत्वपूर्ण होने वाला है। दरअसल अडानी ग्रुप का हेल्थकेयर में उतरना इस सेक्टर को एक नई गति देगा।

अडानी हेल्थकेयर टेंपल से इस सेक्टर में करेंगे शुरुआत

दरअसल, एक कार्यक्रम में बोलते हुए गौतम अडानी ने कहा कि आज भारत में विकलांगता का सबसे बड़ा कारण कमर दर्द है। आज देश रीढ़ की हड्डी की इस महामारी से जूझ रहा है। अगर देश के लोग खड़े ही नहीं हो सकते तो हम आगे भी नहीं बढ़ पाएंगे। गौतम अडानी का कहना है कि अडानी समूह ‘अडानी हेल्थकेयर टेंपल’ से हेल्थकेयर सेक्टर में शुरुआत करेगा। इसे लेकर अहमदाबाद और मुंबई में 1,000 बेड्स के अस्पताल तैयार किए जाएंगे। गौतम अडानी ने यह भी स्पष्ट किया है कि मुंबई और अहमदाबाद ही नहीं बल्कि देश के अन्य शहरों में भी अस्पताल खोले जाएंगे। यह हेल्थकेयर टेंपल्स AI पर आधारित होंगे।

मायो क्लिनिक के साथ हाथ मिलाया

दरअसल, इसके लिए अडानी समूह ने मायो क्लिनिक के साथ हाथ मिलाया है। इस पूरे हेल्थकेयर प्रोजेक्ट के कैंपस को मायो क्लिनिक के साथ पार्टनरशिप में ही डिजाइन किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट में एक जगह एकेडमिक ट्रेनिंग की सुविधा भी होगी। इसके अलावा क्लिनिकल केयर और रिसर्च की सुविधा भी दी जाएगी। शुक्रवार को गौतम अडानी ने कहा कि हमने स्वास्थ्य सेवा में इसलिए प्रवेश नहीं किया है कि इसमें गति कम थी, बल्कि हम इसमें प्रवेश करना चाहते हैं क्योंकि इसमें पर्याप्त गति नहीं थी। यह सिर्फ परिवर्तन नहीं है, यह हमारे लिए एक क्रांति है।