नया साल मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए खेलों की बड़ी सौगात लेकर आ रहा है। 10 जनवरी से खेलो एमपी यूथ गेम्स (Khelo MP Youth Games) की शुरुआत होने जा रही है, जिसे इस बार पहले से कहीं ज्यादा बड़ा और खास बनाया गया है। इस आयोजन में पहली बार पारंपरिक खेल पिट्टू, रस्साकशी और देश का सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट शामिल किया गया है। इससे न सिर्फ खेलों की संख्या बढ़ी है, बल्कि गांव-गांव तक छिपी प्रतिभाओं को भी सामने आने का मौका मिलेगा।
खेल अब सिर्फ स्टेडियम तक सीमित नहीं रहे। गांव, कस्बे और छोटे शहरों के बच्चे भी बड़े मंच पर खेलने का सपना देख रहे हैं। खेलो एमपी यूथ गेम्स 2026 इसी सपने को पूरा करने का एक मजबूत कदम बनकर सामने आया है, जिसमें प्रदेश के करीब एक लाख युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे।
खेल मंत्री ने की खेलो एमपी यूथ गेम्स की घोषणा
रविवार को खेल मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने औपचारिक रूप से खेलो एमपी यूथ गेम्स की घोषणा की। उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता 10 जनवरी से 31 जनवरी तक आयोजित की जाएगी। इस बार खास बात यह है कि पहली बार खेल विभाग और सभी मान्यता प्राप्त खेल संघ मिलकर प्रतियोगिताओं का आयोजन करेंगे। यह सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के खेल भविष्य की मजबूत नींव है। खेल मंत्री ने इसे मध्यप्रदेश का ओलंपिक बताया और कहा कि इस आयोजन से प्रदेश में खेल संस्कृति को नई पहचान मिलेगी।
पहली बार पिट्टू, रस्साकशी और क्रिकेट को मिला मंच
इस बार खेलो एमपी यूथ गेम्स में कुल 27 खेल शामिल किए गए हैं। इनमें पहली बार पिट्टू, रस्साकशी और क्रिकेट जैसे खेलों को जगह दी गई है। पिट्टू और रस्साकशी जैसे पारंपरिक खेल गांव-देहात में बच्चों द्वारा खूब खेले जाते रहे हैं, लेकिन अब इन्हें भी राज्य स्तरीय पहचान मिलने जा रही है। पारंपरिक खेल हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं। इन्हें मंच देकर सरकार ने यह संदेश दिया है कि खेल चाहे आधुनिक हो या पारंपरिक, प्रतिभा हर जगह सम्मान की हकदार है। वहीं क्रिकेट को शामिल करने से युवाओं का उत्साह और भागीदारी दोनों बढ़ने की उम्मीद है।
करीब एक लाख खिलाड़ी लेंगे हिस्सा
खेलो एमपी यूथ गेम्स 2026 में प्रदेशभर से करीब एक लाख खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। यह संख्या खुद में इस आयोजन की भव्यता को दिखाती है। इतनी बड़ी भागीदारी से साफ है कि मध्यप्रदेश में खेलों को लेकर युवाओं का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। अब खेल सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि करियर का मजबूत विकल्प बन चुके हैं। इस आयोजन के जरिए हजारों खिलाड़ियों को खुद को साबित करने का मौका मिलेगा।
9 शहरों में होंगे मुकाबले
इस बार खेलों का आयोजन सिर्फ एक शहर तक सीमित नहीं रहेगा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, शिवपुरी, ग्वालियर, सागर और नर्मदापुरम में अलग-अलग खेल प्रतियोगिताएं होंगी। इससे खिलाड़ियों को अपने ही क्षेत्र के पास खेल का मंच मिलेगा और दर्शकों को भी खेल देखने का मौका मिलेगा। इससे स्थानीय खेल संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा और खेलों को लेकर लोगों की रुचि बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन, भोपाल में होगा समापन
खेल मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस खेल महाकुंभ का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। वहीं, समापन समारोह भोपाल में आयोजित किया जाएगा। इससे राजधानी भोपाल खेल गतिविधियों का केंद्र बनेगी। यह आयोजन सिर्फ प्रतियोगिता नहीं, बल्कि युवाओं को प्रेरणा देने का मंच भी है, जहां वे अपने आदर्श खिलाड़ियों और खेल नेतृत्व से जुड़ सकेंगे।
ब्लॉक स्तर से शुरू होगी चयन प्रक्रिया
खेलो एमपी यूथ गेम्स की सबसे बड़ी खासियत इसकी चयन प्रक्रिया है। खिलाड़ियों का चयन सीधे राज्य स्तर पर नहीं, बल्कि ब्लॉक स्तर से किया जाएगा। इससे गांव-गांव तक छिपी प्रतिभा को मौका मिलेगा। पहले ब्लॉक स्तर पर 10 से 15 जनवरी तक प्रतियोगिताएं होंगी। उसके बाद 16 से 20 जनवरी तक जिला स्तर पर मुकाबले होंगे। फिर 21 से 25 जनवरी तक संभाग स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। अंत में 28 से 31 जनवरी 2026 को राज्य स्तर की प्रतियोगिताएं होंगी। इस तरीके से खिलाड़ियों के लिए चयन प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी और निष्पक्ष होगी।





