मध्य प्रदेश में साल के आखिरी सप्ताह में सर्दी का सितम और तीखा हो गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश के 29 से ज्यादा शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। उत्तर भारत की तरफ से आ रही बर्फीली हवाओं और वायुमंडल में सक्रिय मौसमी सिस्टम के कारण ठिठुरन बढ़ गई है।
पिछले 24 घंटों के आंकड़ों पर नजर डालें तो राजगढ़ और पचमढ़ी प्रदेश के सबसे ठंडे स्थान रहे। यहां न्यूनतम तापमान 4.1 से 4.2 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा मंदसौर में 4.6 डिग्री, शहडोल के कल्याणपुर में 4.9 डिग्री और शाजापुर के गिरवर में 5.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जिससे इन इलाकों में शीतलहर जैसी स्थिति बन गई है।
क्यों अचानक बढ़ी ठंड?
मौसम वैज्ञानिकों ने इस कड़ाके की ठंड के पीछे तकनीकी कारण बताए हैं। वर्तमान में उत्तर-पूर्वी भारत के ऊपर सब-ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवाएं 232 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। ये तेज हवाएं वातावरण में ठंडक घोल रही हैं। इसके साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) ट्रफ के रूप में सक्रिय है, जो हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है।
हालांकि, गुजरात के ऊपर बने एक एंटी-साइक्लोन सिस्टम के कारण मालवा क्षेत्र और इंदौर में हवा के पैटर्न में थोड़ा बदलाव है, जिस कारण वहां तापमान में उतनी भारी गिरावट नहीं देखी गई जितनी अन्य संभागों में है।
बड़े शहरों का हाल और कोहरे का अलर्ट
प्रदेश के प्रमुख शहरों में भी सर्दी का असर साफ दिखाई दे रहा है। ग्वालियर में न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री और राजधानी भोपाल में 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में पारा 9 डिग्री के आसपास बना हुआ है। दिन के तापमान में भी गिरावट आई है, विशेषकर उज्जैन और रीवा संभाग में अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 2.3 डिग्री नीचे रहा।
IMD ने विजिबिलिटी को लेकर भी चेतावनी जारी की है। ग्वालियर-चंबल और रीवा संभाग में घने से मध्यम कोहरे की स्थिति बनी हुई है। मौसम विभाग ने भिंड, ग्वालियर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली जिलों में मध्यम कोहरे का अलर्ट जारी किया है। कोहरे के कारण सड़क और रेल यातायात पर भी असर पड़ रहा है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि 30 दिसंबर के आसपास एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके बाद हवाओं की दिशा बदलने से न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी की संभावना बन सकती है, लेकिन फिलहाल सर्दी का यह दौर जारी रहेगा।





