Tue, Dec 30, 2025

बस्तर पंडुम 2026: 10 जनवरी से 5 फरवरी तक चलेगा महोत्सव, मुख्यमंत्री साय ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश

Written by:Shyam Dwivedi
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बस्तर की समृद्ध लोकपरंपराओं, जनजातीय संस्कृति, कला और विरासत को वैश्विक पहचान दिलाने वाले 'बस्तर पंडुम' का आयोजन वर्ष 2026 में भी भव्य और गरिमामय रूप से किया जाएगा।
बस्तर पंडुम 2026: 10 जनवरी से 5 फरवरी तक चलेगा महोत्सव, मुख्यमंत्री साय ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश

बस्तर की समृद्ध लोकपरंपराओं, जनजातीय संस्कृति, कला और विरासत को वैश्विक पहचान दिलाने वाले ‘बस्तर पंडुम’ का आयोजन वर्ष 2026 में भी भव्य और गरिमामय रूप से किया जाएगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री निवास में बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की गई।

बस्तर पंडुम का आयोजन 10 जनवरी से 5 फरवरी 2026 तक तीन चरणों में होगा, जिसमें इस वर्ष विधाओं की संख्या 7 से बढ़ाकर 12 की जा रही है। इस भव्य आयोजन में देश-विदेश के प्रतिनिधियों, विभिन्न राज्यों के जनजातीय नृत्य दलों और बड़ी संख्या में कलाकारों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी, ताकि बस्तर की अनूठी संस्कृति विश्व पटल पर और सशक्त रूप से स्थापित हो सके।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश

मुख्यमंत्री ने तैयारियों को लेकर विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि बस्तर पंडुम, बस्तर की असली आत्मा और सांस्कृतिक विरासत का सशक्त मंच है। बैठक में यह बताया गया कि बस्तर पंडुम 2026 का लोगो, थीम गीत और आधिकारिक वेबसाइट का विमोचन मां दंतेश्वरी मंदिर प्रांगण में किया जाएगा।

यह कार्यक्रम सीएम विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि इस अवसर पर वरिष्ठ मांझी-चालकी, गायता–पुजारी, आदिवासी समाज के प्रमुखजन तथा पद्म सम्मान से अलंकृत कलाकार उपस्थित रहेंगे। इस बार विशेष रूप से भारत के विभिन्न देशों में कार्यरत भारतीय राजदूतों को आमंत्रित किए जाने पर भी चर्चा हुई, ताकि उन्हें बस्तर की अद्वितीय सांस्कृतिक धरोहर, परंपराओं और जनजातीय जीवन से अवगत कराया जा सके।

कैसे होगा प्रतिभागियों का रजिस्ट्रेशन?

अधिकारियों ने बताया कि प्रतिभागियों के रजिस्ट्रेशन के लिए इस बार ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम उपलब्ध रहेंगे, जिससे अधिक से अधिक कलाकारों की सहभागिता सुनिश्चित हो सके।