कांग्रेस पार्टी 28 दिसंबर को अपना 140वां स्थापना दिवस मना रही है। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंदिरा भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और कांग्रेस के 140 साल के इतिहास और योगदान को याद किया। वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करने हुए खड़गे ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी और पार्टी के इतिहास और आदर्शों पर प्रकाश डाला।
स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की विचारधारा और इतिहास को याद करते हुए कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि कांग्रेस खत्म हो चुकी है, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि भले ही पार्टी इस समय सत्ता में न हो, लेकिन उसकी रीढ़ आज भी सीधी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी संविधान, धर्मनिरपेक्षता और जनता के अधिकारों से समझौता नहीं किया।
बीजेपी समाज को बांटने का काम करती है- मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने कभी मंदिर-मस्जिद के नाम पर वोट नहीं मांगे और न ही नफरत की राजनीति की। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी समाज को बांटने का काम करती है, जबकि कांग्रेस हमेशा देश को जोड़ने में विश्वास रखती है। उनके अनुसार, कांग्रेस ने धर्म को आस्था का विषय माना, लेकिन कुछ राजनीतिक दलों ने उसे राजनीति का हथियार बना लिया है।
बीजेपी के पास सत्ता है लेकिन सच नहीं- खड़ेग
खड़गे ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि आज उनके पास सत्ता है, लेकिन सच उनके साथ नहीं है। इसी वजह से वे तथ्यों को छिपाते हैं, जनगणना नहीं कराते और संविधान बदलने की बातें करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग आज इतिहास पर भाषण देते हैं, उनके पूर्वज इतिहास से भागते रहे हैं।
अपने संबोधन के अंत में खड़गे ने कहा कि कांग्रेस केवल एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि एक विचारधारा है, जिसे खत्म नहीं किया जा सकता। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सत्ता की नहीं, बल्कि देश की आत्मा और संविधान की रक्षा की है।
संविधान और लोकतंत्र के नायकों को नमन- कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज कांग्रेस के सभी निर्माताओं और स्वाधीनता सेनानियों को श्रद्धांजलि देता हूं। संविधान और मजबूत लोकतंत्र की स्थापना करने वाले नायकों को नमन करते हुए कहना चाहूंगा कि उनके सपनों के भारत के लिए कांग्रेस हर संभव प्रयास जारी रखेगी। साथियों, ये कांग्रेस का सौभाग्य रहा कि देश की सभी प्रमुख हस्तियां कांग्रेस से जुड़ी रही हैं।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के झंडे तले किसानों, मजदूरों, महिलाओं और गरीब तबकों के लोग जुड़े। देश के सर्वोच्च मूल्यों, जैसे एकता अखंडता, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने शहादत दी।
आज कांग्रेस के सभी निर्माताओं और स्वाधीनता सेनानियों को श्रद्धांजलि देता हूँ। संविधान और मजबूत लोकतंत्र की स्थापना करने वाले नायकों को नमन करते हुए कहना चाहूंगा कि उनके सपनों के भारत के लिए कांग्रेस हर संभव प्रयास जारी रखेगी।
साथियों, ये कांग्रेस का सौभाग्य रहा कि देश की सभी… pic.twitter.com/EXFLi3pjBy
— Mallikarjun Kharge (@kharge) December 28, 2025
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दी शुभकामनाएं
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, इंडियन नेशनल कांग्रेस ने हमेशा भारत के लोगों की भलाई, उन्हें मजबूत बनाने और सबको साथ लेकर चलने वाले विकास के लिए काम किया है। हम भारत के संविधान में दिए गए राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक अधिकारों में बराबर मौके में पक्का यकीन करते हैं। इंडियन नेशनल कांग्रेस का 140 साल पुराना शानदार इतिहास, सच्चाई, अहिंसा, त्याग, संघर्ष और देशभक्ति की महान गाथा कहता है। हर भारतीय को मेरी शुभकामनाएं। जय हिन्द, जय कांग्रेस।
कब और किसने की कांग्रेस की स्थापना?
28 दिसम्बर 1885 को थियिसोफिकल सोसायटी के प्रमुख सदस्य रहे एओ ह्यूम की पहल पर मुंबई के गोकुलदास संस्कृत कॉलेज मैदान में देश के विभिन्न प्रांतो के राजनीतिक और सामाजिक विचारधारा के लोग एक मंच पर एकत्रित हुए। यह राजनीतिक एकता एक संगठन में तब्दील हुई, जिसका नाम ‘कांग्रेस’ रखा गया। कांग्रेस की स्थापना के वक्त ह्यूम के साथ 72 और सदस्य थे। पार्टी के गठन के बाद ह्यूम संस्थापक महासचिव बने और वोमेश चंद्र बनर्जी को पार्टी का पहला अध्यक्ष नियुक्त गया।





