भारत में एक-से-बढ़कर-एक धार्मिक स्थल हैं, जहां सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। इससे आर्थिक व्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। यहां की संस्कृति, विरासत, सभ्यता, रहन-सहन, खानपान इसे बाकी सभी राज्यों से अलग बनाते हैं। यहां घूमने-फिरने के लिए एक से बढ़कर एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन हैं, यहां पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। धार्मिक स्थलों की भी कोई कमी नहीं है। कई सारी नदियां बहती हैं। इसके अलावा, एक से बढ़कर एक विश्वविद्यालय, स्कूल और कॉलेजेस हैं, जो देशभर में नाम रोशन कर रहे हैं। इस राज्य में टैलेंट की कोई कमी नहीं है। चाहे फिल्मी जगत हो या फिर शिक्षा का क्षेत्र हो, चाहे बिजनेस का मामला हो या फिर सरकारी नौकरी का, युवा हर एक चीज में आगे हैं।
आज हम आपको उस मंदिर के बारे में बताएंगे, जिसे भारत के सबसे अमीर मंदिर के रूप में जाना जाता है। यहां की कमाई सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे।
भारत का सबसे अमीर मंदिर
यूं तो हर मंदिर में सभी भक्त जमकर चढ़ावा चढ़ाते हैं। जिनकी जैसी हैसियत होती है, वे उसी अनुसार ही दान करते हैं। कई बार मंदिरों में सोने और चांदी समेत हीरे के आभूषण भी दान किए जाते हैं। भारत एक ऐसा देश है, जहां आस्था की कोई कमी नहीं है और ना ही यहां पर मंदिरों की कमी है। हर एक कोना मंदिरों से भरा पड़ा है। यहां सभी देवी-देवताओं की विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना होती है।
पद्मनाभस्वामी मंदिर
बात करें भारत के सबसे अमीर मंदिर की, तो इसका नाम पद्मनाभस्वामी मंदिर है, जिसे भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर केरल में स्थित है। यहां लगभग हर साल 500 करोड़ रुपए से अधिक का चढ़ावा भक्तों द्वारा चढ़ाया जाता है। भारत ही नहीं, बल्कि यह दुनिया का भी सबसे अमीर मंदिर माना गया है।
कुल संपत्ति
मीडिया सूत्रों के अनुसार, इसकी कुल अनुमानित संपत्ति 12000 करोड़ रुपए से अधिक है। इस मंदिर में पद्मनाभ स्वामी की पूजा की जाती है, जो कि भगवान विष्णु के अवतार माने गए हैं। इस मंदिर के नीचे सोना, हीरा, रत्न और कई बहुमूल्य मूर्तियां निकली हैं। यहां का सबसे चर्चित वॉल्ट भी अभी तक नहीं खोला गया है, जिसमें कई सारे रहस्य जुड़े हुए हैं।
ऐसे हुई चर्चा
इस मंदिर की चर्चा तब हुई, जब इसके छह दरवाजों को खोला गया था, जहां से सोने, हीरे और चांदी के बहुमूल्य जेवरात निकले थे, जिसकी कीमत 20 अरब डॉलर आंकी गई थी। वहीं मंदिर का सातवां दरवाजा खोलने की सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमति को खारिज कर दिया गया था। ऐसे में यह माना जाता है कि मंदिर के इस दरवाजे में सबसे ज्यादा खजाना भरा हुआ है।
आप भी जरूर जाएं घूमने
यदि आपको कभी मौका मिले, तो आप भी इस मंदिर को जरूर एक्सप्लोर करें, जोकि तिरुवनंतपुरम में स्थित है। इस मंदिर की देखरेख त्रावणकोर राज परिवार द्वारा की जाती है। यहां श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)





