मध्य प्रदेश का नीमच जिला आए दिन मीडिया में चर्चा का विषय बना रहता है। कभी यहां चोरी, डकैती के मामले सामने आते हैं, तो कभी अवैध पदार्थ जब्त किए जाते हैं। बदमाशों का आतंक इस कदर बढ़ चुका है कि लोग चंद घंटों के लिए भी घर पर ताला लगाकर बाहर जाना सेफ नहीं समझते हैं। इसी कड़ी में एक और मामला सामने आया, जब स्व सहायता समूह की महिलाओं ने अपने हक और अधिकारों के लिए बेहद अनोखा विरोध प्रदर्शन किया।
महिलाएं हाथों में गैस चूल्हा, बर्तन और सिलेंडर लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं और दफ्तर के बाहर बैठकर अपनी नाराजगी जताई। इस अनोखे प्रदर्शन को देखने के लिए वहां मौजूद लोगों की भीड़ लग गई।
समय पर नहीं हुआ भुगतान
इस दौरान महिलाओं का कहना था कि शासन-प्रशासन द्वारा उनके समूहों को समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है। देरी होने के कारण उनकी आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है। महंगाई में घर चलाना मुश्किल हो चुका है। सारी चीजें प्रभावित हो चुकी है। बता दें कि समूहों के जरिए वे सिलाई-कढ़ाई, भोजन निर्माण और अन्य छोटे रोजगार के जरिए परिवार का पालन-पोषण करती हैं, लेकिन समय पर राशि न मिलने से उनका आर्थिक संतुलन बिगड़ रहा है। यह बहुत ही गंभीर मुद्दा है।
चूल्हा लेकर विरोध प्रदर्शन
इसके अलावा, महिलाओं ने महंगाई और गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि जब समूह की आमदनी रुक जाती है और दूसरी ओर रसोई गैस व जरूरी सामान महंगे होते जा रहे हैं, तो परिवार का खर्च उठाना मुश्किल हो जाता है। इसी कारण उन्होंने बर्तन और चूल्हा लेकर विरोध प्रदर्शन किया, ताकि सरकार और प्रशासन उनकी समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान दें। साथ ही इसका उचित समाधान निकाले।
दी चेतावनी
प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन को और उग्र रूप देंगी। उन्होंने साफ कहा कि रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाली दिक्कतें अब बड़ी समस्या बन चुकी है। ऐसे में यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो यह आंदोलन जिले से बाहर तक फैल सकता है। इसके साथ ही, महिलाओं ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें समय पर भुगतान, महंगाई से राहत और आजीविका के साधनों को सुरक्षित करने की मांग प्रमुख रूप से रखी गई।
कमलेश सारडा, नीमच





