Raisen News : मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है, जहाँ साइबर ठग ने विदिशा से जिला शहरीय विकास अधिकरण अधिकारी(पीओ डूडा) के पद से सेवानिवृति पीके चावला को उनकी पत्नी के नाम पर फंसाया। लेकिन आधार का ओटीपी मांगकर उनके खाते से करीब 10 लाख रुपये गायब कर दिए हैं। जिसकी शिकायत सूचना थाना कोतवाली रायसेन और एसपी ऑफिस साइबर सेल से की है। उनके खाते से पैसे गायब होकर नागपुर की एक बैंक और मुंबई के एक बैंक में स्थानांतरित कर दिया गया है। इस घटना के बाद उन्होंने तत्काल एटीएम और बैंक पहुंचकर अपने खाते को होल्ड करा दिया है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि सेवानिवृत्त पीके चावला ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पास 20 जुलाई को एक कॉल आया जिसमें कोई बीके त्रिपाठी के नाम से बात की उन्होंने सबसे पहले प्रहलाद चावला का नाम पूछा और कहां की आपकी पेंशन चालू हो गई है, पेंशन के डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन होना है हम डायरेक्ट से बोल रहे हैं। इस पर चावला ने आश्वासन दिया कि हां पेंशन मिल रही है और फिर साइबर ठगों ने कहा कि आपको पैसा मिल गया है। आप किसको नॉमिनेशन बनाना चाहते है, इस पर चावला ने कहा कि मेरी पत्नी और मेरे पोते को इसके बाद साइबर ठग द्वारा नॉमिनेशन करने वाली उनकी पत्नी के आधार कार्ड की प्रतियां उपलब्ध कराने के लिए कहा। साइबर ठग द्वारा प्रह्लाद चावला को यह भी बताया कि रायसेन ट्रेजरी अधिकारी गुप्ता भी उनके साथ में है तो इस बार चावला ने कहा कि गुप्ता पहले से ही परिचित हैं। उनके साथ भी काम किया है इस बात पर भरोसा कर उन्होंने पत्नी का आधार कार्ड की फोटो कॉपी साइबर ठग को सेंड कर दी इसके बाद साइबर ठग ने कहा कि आपके पास एक ओटीपी आएगी इसके 2 मिनट बाद ओटीपी आई और चावला द्वारा साइबर ठग को ओटीपी बता दी। इसके बाद शाम 4 बजे जब उन्होंने अपने मोबाइल फोन पर डेबिट की जानकारी चेक की तो उनके खाते से पहली बार 4,91,967 रुपए कट गए। तो तत्काल अपने बेटे जो वार्ड नंबर-6 से कांग्रेस पार्षद प्रभात चावला को बताया इसके बाद वह एटीएम पहुंचे और यहां से उन्होंने स्टेटमेंट निकाल तो अपने खाते से राशि कटी हुई आई। इसके बाद वह बैंक पहुंचे तो रविवार होने के कारण बैंक बंद हो चुकी थी।
उन्होंने बैंक के टोल-फ्री नंबर पर कॉल किया और अपना खाता निलंबित करवा दिया और पुलिस स्टेशन पहुंचने पर उनके खाते से काटी गई राशि की जानकारी दी गई। इसके बाद शाम 7 बजे उनके खाते से 91 हजार 962 रुपये की रकम कट गई। सेकंड समय। इस तरह उनके खाते से दो बार में 9 लाख रुपये की धनराशि साइबर ठगों ने दूसरे खातों में ट्रांसफर कर ली। इसके बाद पीके चावला एसपी कार्यालय पहुंचे और यहां साइबर सेल में आवेदन दिया। तो जांच के दौरान पता चला कि जो खाते में चावला की राशि काटकर ट्रांसफर की गई है वह खाता नागपुर का है।
इस घटना के बाद पीके चावला के बेटे और वार्ड नंबर 6 से कांग्रेस पार्षद व नगरपालिका में नेता प्रतिपक्ष प्रभात चावला ने कहा कि यह बहुत चौंकाने वाला है कि कैसे लोगों के सरकारी कर्मचारियों और सरकार का गोपनीय डेटा धोखेबाजों और साइबर ठगों के हाथों में कैसे पहुंचा यह काफी गंभीर विषय है इससे ऐसा लगता है कि उनके विभाग का कर्मचारी ही इन साइबर ठगों से मिला हुआ है, अगर समय रहते इन सब चीजों पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में देश के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ेगा।
इस बारे में रायसेन एसडीओपी प्रतिभा शर्मा का कहना है कि पीके चावला ने थाने में आवेदन दिया है और पुलिस साइबर सेल के माध्यम से एक पेंशनभोगी की व्यक्तिगत जानकारी के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले और उसे गुमराह करने वाले की जांच कर रही है। उनको गुमराह कर उनके खाते से करीब 9 लाख 83 हज़ार रुपये ट्रांसफर कर लिए हैं। इस मामले में लगातार जांच पड़ताल की जा रही है। आवेदन के माध्यम से पैसा कटते ही बैंक के माध्यम से इन खातों को फ्रीज कर दिया जाएगा।
रायसेन से अजय गोहिल की रिपोर्ट





