राजस्थान आमतौर पर गर्मी और रेगिस्तान के लिए जाना जाता है, मानसून के दौरान एक दम नया रूप ले लेता है। बारिश की बूँदें जैसे ही सूखी धरती पर गिरती हैं, रेगिस्तान की रेत हरियाली में बदल जाती है और सूखे पहाड़ों से झरने फूटने लगते हैं। यही समय है जब राजस्थान की कुछ जगहें प्राकृतिक खूबसूरती से भर जाती हैं और घूमने वालों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं होतीं।
माउंट आबू – राजस्थान का हिल स्टेशन
राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू मानसून में बेहद खूबसूरत नजर आता है। नक्की झील की लहरों पर गिरती बारिश की बूंदें और चारों तरफ हरियाली का नज़ारा दिल जीत लेता है। डिलवाड़ा मंदिर, टॉड रॉक और गुरु शिखर की चढ़ाई मानसून में और रोमांचक हो जाती है।
उदयपुर – झीलों का शहर
मानसून में जब झीलें भर जाती हैं और बादल महलों के ऊपर मंडराते हैं, तब उदयपुर की खूबसूरती दोगुनी हो जाती है। सिटी पैलेस, लेक पिचोला, फतेह सागर झील और साजजंगढ़ (Monsoon Palace) से दिखने वाला बारिश में भीगा उदयपुर देखने लायक होता है।
पुष्कर – बारिश में नहाया आध्यात्मिक शहर
बारिश में ब्रह्मा मंदिर के आसपास का इलाका और पुष्कर झील का शांत वातावरण मन को शांति देता है। मानसून के दौरान यहां का मेला क्षेत्र और लोक रंग और भी जीवंत हो जाते हैं।
बुंदी – जलप्रपातों और बावड़ियों का शहर
बुंदी में मानसून के समय झरनों का बहाव शुरू हो जाता है। तारागढ़ किला, रानीजी की बावड़ी और नवल सागर झील मानसून में खास आकर्षण होते हैं। बरधा डैम के आसपास हरियाली और बादलों के नज़ारे किसी चित्रकारी से कम नहीं।
रंथंभौर – प्रकृति और इतिहास का संगम
रंथंभौर नेशनल पार्क और वहां स्थित ऐतिहासिक किला मानसून में जीवंत हो उठते हैं। बारिश में हरे-भरे जंगलों में सफारी का अनुभव और किले की ऊँचाइयों से दिखती झीलें मंत्रमुग्ध कर देती हैं।





