भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत हो चुकी हैं अब सरकारी अधिकारी घोटाला करते हुए हिचकिचाते भी नहीं हैं, सरकारी योजनाओं में मिलने वाली राशि हो या सामग्री उनपर उनकी नजर रहती है और मिलीभगत कर उसे हजम कर जाते हैं, ताजा मामला सिंगरौली जिले का है, जहाँ निःशुल्क वितरित की जाने वाले साइकिलें ही अधिकारी हजम कर गए पुलिस ने एक घर से साइकिलों को बरामद कर लिया है।
सिंगरौली जिले के चितरंगी विकासखंड के ग्राम पंचायत खैरा अंतर्गत एक घर से विद्यार्थियों को वितरित होने वाले 23 नि:शुल्क साइकिलों को चितरंगी पुलिस ने छापा मार कार्रवाई करते हुए जब्त किया है। यह नि:शुल्क साइकिल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खटाई की होना बताया जा रहा है। पुलिस ने साइकिलों को अपने कब्जे में लेकर थाना चितरंगी पहुंचा दिया है।
पिछले वर्ष पाठ्य पुस्तक कबाड़े में बेचे जाने का मामला आया था सामने
यहां बताते चले कि इसी विकासखंड से पिछले वर्ष बच्चों की नि:शुल्क पाठ पुस्तकों को कबाड़ि़यों के हाथ बेचे जाने के मामले में कोतवाली पुलिस बैढ़न ने कार्रवाई की थी। जिसमें बीआरसीसी सियाराम भारती समेत अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज कराकर कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने बीआरसीसी को बर्खास्त कर दिया है और बर्खास्त बीआरसीसी अभी भी फरार चल रहा है।
संकुल प्राचार्य, BRCC की भूमिका शक के दायरे में
सूत्र बताते हैं कि उक्त साइकिलों को विद्यालय खटाई से करीब 16 किलोमीटर दूर अनाधिकृत रूप से भण्डारित किया गया था। इसके पीछे मकसद क्या है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन घर से अनाधिकृत रूप से साइकिलों के बरामद होने के बाद बीआरसीसी, बीएसी, संकुल प्राचार्य एवं साइकिल वितरण प्रभारी के भूमिका पर भी तरह-तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं।
पुलिस का कहना, अनाधिकृत रूप से रखी गई थी साइकिलें
टीआई, चितरंगी सुधेश तिवारी का कहना है पुलिस को टीम खैरा गांव में सीता देवी के घर में भारी मात्रा में साइकिल रखे जाने की सूचना मिली थी। पुलिस ने दबिश देते हुये 23 साइकिलों को अपने कब्जे में लेते हुये शिनाख्त कराकर बीआरसीसी, बीईओ से जानकारी ली जा रही है। वही जानकारी मिल रही है कि अनाधिकृत रूप से साइकिलें रखी गई थी।
सिंगरौली से राघवेन्द्र सिंह गहरवार की रिपोर्ट





