Sat, Dec 27, 2025

माघ मेला 2026 की तैयारियों की सीएम योगी ने की समीक्षा, प्रमुख स्नान पर्वों पर VIP प्रोटोकॉल नहीं, अधिकारियों को दिए ये निर्देश

Written by:Shyam Dwivedi
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 26 दिसंबर को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे 'माघ मेला-2026' की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने गृह विभाग से कहा कि प्रमुख स्नान पर्वों पर किसी भी प्रकार का VIP प्रोटोकॉल लागू न किया जाए।
माघ मेला 2026 की तैयारियों की सीएम योगी ने की समीक्षा, प्रमुख स्नान पर्वों पर VIP प्रोटोकॉल नहीं, अधिकारियों को दिए ये निर्देश

उत्तरप्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में माघ मेला (Magh Mela) 3 जनवरी 2026 से शुरू होकर 15 फरवरी 2026 तक चलेगा। यह मेला करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है। इसे तप, साधना, संयम और जागरण का महापर्व कहा जाता है। प्रयागराज में गंगा (Ganga), यमुना (Yamuna) और सरस्वती (Saraswati) पवित्र नदियों का मिलन होता है, जिसे संगम तट और त्रिवेणी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संगम का जल काफी पवित्र है, जिसमें स्नान करने से पूर्व के पूर्व जन्म के पापों से मुक्ति मिलती है।

मुख्यमंत्री ने की ‘माघ मेला-2026’ की तैयारियों की समीक्षा बैठक

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 26 दिसंबर को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे ‘माघ मेला-2026’ की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। उन्होंंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मेले के स्वच्छ, सुरक्षित, सुविधायुक्त एवं सुव्यवस्थित आयोजन के लिए यातायात प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाएं, पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति तथा कानून-व्यवस्था आदि से संबंधित सभी पहलुओं की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

मुख्य स्नान पर्वों पर नहीं होगा कोई VIP प्रोटोकॉल

सीएम योगी ने कहा कि यह केवल आस्था का आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सनातन परंपरा, सामाजिक अनुशासन और प्रशासनिक दक्षता का सजीव उदाहरण है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित वातावरण उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने गृह विभाग से कहा कि प्रमुख स्नान पर्वों पर किसी भी प्रकार का VIP प्रोटोकॉल लागू न किया जाए। सभी संबंधित विभागों को 31 दिसंबर तक हर हाल में तैयारियां पूरी करने के लिए कहा है।

माघ मेले को भव्य रूप देने की तैयारी में यूपी सरकार

बता दें कि मेले का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है और कल्पवासियों व श्रद्धालुओं के लिए इस आयोजन को दिव्य और भव्य रूप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमारा अनुमान है कि इस डेढ़ महीने के दौरान प्रयागराज में 12 से 15 करोड़ श्रद्धालु संगम पर स्नान कर सकते हैं, जिसमें प्रतिदिन स्नान करने वाले कल्पवासी शामिल हैं।

मुख्य स्नान की तिथियां

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार माघ मेले की तिथि 15 दिन पहले आ रही है। 3 जनवरी से 1 फरवरी तक लाखों कल्पवासी एक माह तक संगम क्षेत्र में साधना करेंगे। मुख्य स्नान की तिथियां इस प्रकार हैं-

  • 3 जनवरी: पौष पूर्णिमा
  • 15 जनवरी: मकर संक्रांति
  • 18 जनवरी: मौनी अमावस्या
  • 23 जनवरी: बसंत पंचमी
  • 1 फरवरी: माघ पूर्णिमा
  • 15 फरवरी: महाशिवरात्रि

मेले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 42 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था होगी। मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए क्षेत्र में 17 थाने, 42 पुलिस चौकियां, 20 दमकल गाड़ियां, सात अग्निशमन चौकियां और 20 अग्निशमन निगरानी टावर, एक जल पुलिस थाना, एक जल पुलिस नियंत्रण कक्ष और चार जल पुलिस उप नियंत्रण कक्ष होंगे।

बता दें कि पौष पूर्णिमा के साथ ही संगम तट पर माघ मेले की शुरुआत हो जाएगी। देश भर के संत समाज के साथ ही काशी के मठ, मंदिर और अखाड़ों के प्रतिनिधि संगम के तट पर अपने-अपने शिविरों के लिए तैयारी में जुट गए हैं।