अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50% व्यापार शुल्क (टैरिफ) बुधवार से लागू हो गया है। इस पर आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर इतना बड़ा टैरिफ लगा दिया। पीएम मोदी जो खुद को ट्रंप के मित्र बताते थे, उन्हें इस पर जवाब देना चाहिए।” तिवारी ने दावा किया कि इससे स्पष्ट है कि मोदी सरकार की विदेश नीति विफल रही है।
वोट चोरी का आरोप फिर दोहराया
मृत्युंजय तिवारी ने विधानसभा चुनाव को लेकर भी बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी वोट चोरी करके सरकार में आई है और इसके बावजूद लोकसभा चुनाव में 240 सीटों पर ही सिमट गई। उन्होंने कहा कि अब बिहार की जनता जाग चुकी है और अपने वोट की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।
बिहार के उद्योगों पर असर
व्यापार विशेषज्ञों के अनुसार, बिहार के कई विशेष उत्पादों पर टैरिफ का प्रत्यक्ष असर पड़ सकता है। इनमें मखाना, लीची, जर्दालू आम, मधुबनी पेंटिंग और भागलपुर का रेशम प्रमुख हैं। हालांकि निर्यातक मानते हैं कि कुछ उत्पादों को अन्य देशों में भेजकर नुकसान की भरपाई की जा सकती है, लेकिन मखाना उद्योग के लिए यह झटका बड़ा साबित हो सकता है।
मखाना उद्योग पर बड़ा संकट
देश के कुल मखाना उत्पादन का 80% से अधिक हिस्सा बिहार में होता है। स्थानीय खपत के बाद करीब 25% मखाना अमेरिका को निर्यात किया जाता है, जो सालाना लगभग 600 टन है। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़े हुए शुल्क के चलते अमेरिका में इसकी मांग घट सकती है, जिससे उद्योग को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ सकता है।
नए बाजारों की तलाश शुरू
निर्यातकों ने कहा है कि वे अब यूरोप, मध्य एशिया और खाड़ी देशों में नए बाजार तलाशने की कोशिश करेंगे। हालांकि, अमेरिका जैसे बड़े बाजार की भरपाई करना आसान नहीं होगा।





