बिहार (Bihar) की दरभंगा विधानसभा सीट से 6 बार के विधायक संजय सरावगी (Sanjay Saraogi) ने गुरुवार को पटना स्थित भाजपा कार्यालय में औपचारिक रूप से प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया है। पार्टी कार्यालय में दिलीप जायसवाल ने उन्हें कुर्सी सौंपी। इस अवसर पर दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे समेत पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे।
बता दें कि सबसे पहले संजय सरावगी ने बेली रोड स्थित अंबेडकर मूर्ति से लेकर भाजपा कार्यालय तक रोड शो किया। उनके स्वागत का नजारा अद्भुत था। इस दौरान पटना में कई जगहों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बड़े ही उत्साह के साथ नए प्रदेशाध्यक्ष का स्वागत किया। वहीं महिलाओं ने शंख बजाकर उनपर फूलों की वर्षा की।
भाजपा में संगठन सर्वोपरि- संजय सरावगी
बिहार बीजेपी की कमान संभालते संजय सरावगी ने कहा कि यह सम्मान उनका व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पार्टी के हर कार्यकर्ता का है। आज उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है वह देश और संगठन की सेवा के लिए है, न कि किसी व्यक्तिगत उपलब्धि के लिए। उन्होंने कहा कि भाजपा में संगठन सर्वोपरि है विचारधारा प्राण है और कार्यकर्ता उसकी रीढ़ हैं। बिहार में संगठन को और मजबूत करना और सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी होगी।
हम सब मिलकर संजय सरावगी का देंगे साथ- दिलीप जायसवाल
बिहार के पूर्व बीजपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद आज संजय सरावगी को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। वे दरभंगा से छठी बार विधायक रहे हैं। उन्हें संगठन में भी लंबा अनुभव है। आज मुझे एक कुशल नेता के हाथों में यह पद सौंपने का सौभाग्य मिला है। उनके नेतृत्व में भाजपा और आगे बढ़ेगी और हम सब मिलकर उनका साथ देंगे और पार्टी को आगे ले जाएंगे।
कौन हैं संजय सरावगी?
संजय सरावगी बिहार की दरभंगा विधानसभा सीट से विधायक और बीजेपी के दिग्ग्ज नेता हैं। उनके पिता का परमेश्वर लाल हैं। संजय सरावगी की पत्नी शोभा सरावगी गृहणी हैं। संजय सरावगी विधानसभा में राजद विधायक भाई वीरेंद्र के साथ हुई बकझक के बाद से भाजपा के फायर ब्रांड विधायक के रूप में उभरे थे।
पार्टी ने अन्य राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भी स्टार प्रचारक के रूप में जिम्मेदारी दी थी। महाराष्ट्र और दिल्ली विधानसभा के चुनाव में इन्होंने प्रचार किया वहां का परिणाम भी भाजपा के पक्ष में आया था। इसके अलावा दरभंगा में एम्स के शिलान्यास और अभी भागलपुर में प्रधानमंत्री के दौरे में तैयारी में भी संजय सरावगी को लगाया गया था। सरावगी वैश्य समाज से आते हैं और बीजेपी में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं।
संजय सरावगी का राजनीतिक सफर
संजय सरावगी मिथिला क्षेत्र के एक दिग्गज नेता के रूप में जाने जाते हैं। उनका राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू हुआ और आज वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की भूमिका तक पहुंचे हैं। संजय की राजनीतिक शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई थी। इसके बाद उन्होंने 2003 में नगर निगम में वार्ड नम्बर 6 से वार्ड पार्षद का चुनाव जीतकर पहली बार वार्ड पार्षद बने थे। सरावगी ने फरवरी 2005 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और तब से लेकर अब वे लगातार विधायक चुनते आ रहे हैं।





