बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत गर्म हो गई है. बुधवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता खुद तेजस्वी यादव ने की. इस दौरान चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए रणनीति पर चर्चा हुई. लेकिन इस बैठक पर जेडीयू कोटे के मंत्री जयंत राज ने तीखा तंज कसा. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के लोग अपनी हार को पहले ही देख रहे हैं, इसलिए बार-बार बैठक कर रहे हैं.
“घबराए हुए हैं महागठबंधन के लोग”
मंत्री जयंत राज ने कहा कि आरजेडी और महागठबंधन के बाकी दल घबराए हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यह महागठबंधन नहीं बल्कि “ठगबंधन” है. विधानमंडल सत्र में इनके नेताओं का व्यवहार सबने देखा, जहां उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. जयंत राज ने कहा कि इन्हें लगता है कि गाली-गलौज करने से जनता उन्हें सत्ता में ले आएगी, लेकिन बिहार की जनता सब कुछ देख रही है और अब इनके बहकावे में नहीं आएगी.
“2025 में NDA का 225 सीटों का लक्ष्य पूरा होगा”
जयंत राज ने दावा किया कि 2025 के विधानसभा चुनाव में एनडीए 225 सीटें जीतकर आएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार लगातार जनता के हित में फैसले ले रही है. उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय 1000 रुपये से बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिया गया है. वहीं ममता दीदी की प्रोत्साहन राशि 300 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये की गई है. ये फैसले लंबे समय से की जा रही मांगों को पूरा करते हैं और इससे साफ है कि मुख्यमंत्री की नजर सभी वर्गों पर रहती है.
“बैठकों से नहीं मिलेगा फायदा”
मंत्री ने कहा कि महागठबंधन की लगातार हो रही बैठकों से उन्हें कोई फायदा मिलने वाला नहीं है. जनता अब समझ चुकी है कि यह सिर्फ सत्ता पाने के लिए किए जा रहे दिखावटी प्रयास हैं. उन्होंने शराबबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि जब शराबबंदी लागू हुई थी तब महागठबंधन की ही सरकार थी, लेकिन उसके बाद भी अवैध शराब का कारोबार जारी रहा. जयंत राज ने कहा कि 2025 का चुनाव नजदीक है और महागठबंधन चाहे जितनी बैठकें कर ले, जनता इस बार एनडीए को ही चुनने वाली है.





