जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर में भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। सीबीआई की टीम ने केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (CGST) कार्यालय में छापा मारकर दो वरिष्ठ अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अधिकारियों में सुप्रिटेंडेंट और एक इंस्पेक्टर शामिल हैं।
इस कार्रवाई से पूरे जीएसटी कार्यालय में हड़कंप मच गया है। सीबीआई की टीम फिलहाल मामले की विस्तृत जांच कर रही है और आरोपियों से पूछताछ जारी है।
होटल व्यवसायी से मांगी थी रिश्वत
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला एक होटल व्यवसायी से जुड़ा हुआ है। केंद्रीय जीएसटी के अधिकारियों ने होटल कारोबारी विवेक त्रिपाठी के ‘Oyo’ ट्रांजैक्शन पर आपत्ति जताई थी। अधिकारियों ने कारोबारी पर करीब एक करोड़ रुपये की रिकवरी निकाली थी।
आरोप है कि इस मामले को रफा-दफा करने और रिकवरी की कार्यवाही से बचाने के लिए अधिकारियों ने व्यवसायी से रिश्वत की मांग की थी। मामले को निपटाने के लिए कुल 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी।
रंगे हाथों हुई गिरफ्तारी
होटल व्यवसायी ने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी थी। शिकायत का सत्यापन करने के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया। तय योजना के मुताबिक, जैसे ही सुप्रिटेंडेंट मुकेश बर्मन और इंस्पेक्टर सचिनकांत ने रिश्वत की पहली किस्त के रूप में चार लाख रुपये लिए, सीबीआई की टीम ने उन्हें मौके पर ही दबोच लिया।
दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई की टीम आगे की कानूनी कार्यवाही कर रही है। इस घटना ने सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को एक बार फिर उजागर कर दिया है। केंद्रीय जीएसटी कार्यालय में हुई इस छापेमारी की चर्चा पूरे शहर में है।





