गुरुवार को ईडी की छापेमारी के बाद शुक्रवार को शेयर बाजार में अनिल अंबानी की कंपनियों पर जबरदस्त असर पड़ा है। रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर- दोनों कंपनियों के शेयरों में लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को दोनों के स्टॉक्स 5% गिरकर लोअर सर्किट में पहुंच गए। रिलायंस पावर का शेयर 56.72 रुपये और रिलायंस इंफ्रा का शेयर 342.05 रुपये पर बंद हुआ। दो दिनों में कुल 10% की गिरावट देखी गई है। निवेशकों का भरोसा इन कंपनियों से डगमगाता नजर आ रहा है।
3,000 करोड़ के लोन घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को 3,000 करोड़ रुपये के यस बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत बड़ी कार्रवाई की। इस सिलसिले में अनिल अंबानी से जुड़ी करीब 40–50 लोकेशंस पर एक साथ छापेमारी की गई। जांच एजेंसी का आरोप है कि लोन के पैसे को फर्जी कंपनियों और रिलायंस ग्रुप की अन्य कंपनियों में डायवर्ट किया गया। यह तलाशी धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) की धारा 17 के तहत की गई। जांच की नींव सीबीआई की दो एफआईआर, और सेबी, नेशनल हाउसिंग बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा तथा नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी (NFRA) से मिली जानकारी पर रखी गई थी।
लोन अप्रूवल में भी भारी गड़बड़ियां
ईडी की रिपोर्ट के मुताबिक, यस बैंक में लोन अप्रूवल की प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं। जांच में सामने आया कि कुछ मामलों में बैक-डेटेड डॉक्यूमेंट्स बनाए गए, लोन अप्रूवल से पहले ही राशि ट्रांसफर कर दी गई, और कमजोर वित्तीय स्थिति वाली या केवल नाम की निदेशकों वाली कंपनियों को भी भारी-भरकम लोन दे दिए गए। ईडी का कहना है कि लोन मंजूरी के बदले बैंक के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों और प्रमोटर्स को रिश्वत दी गई। इस मामले में 50 से ज्यादा कंपनियों और 25 अधिकारियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
निवेशकों में डर का माहौल, शेयरों में बिकवाली
इन खुलासों और जांच के कारण अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सेबी ने भी रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL) से जुड़ी जानकारी साझा की है, जिसमें बताया गया कि कंपनी की कॉरपोरेट लोन बुक एक साल के भीतर दोगुनी हो गई, जो सामान्य नहीं मानी जा रही। इस वजह से निवेशकों का भरोसा हिल गया है। बाजार में डर का माहौल है और बड़े पैमाने पर रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयर बेचे जा रहे हैं। इसका सीधा असर दोनों कंपनियों की वैल्यू और पब्लिक इमेज पर पड़ा है। आने वाले दिनों में जांच की दिशा और गहराई तय करेगी कि यह संकट कितना गहराता है।





