MP Breaking News
Thu, Dec 18, 2025

Employee News : पिछले दो साल में तीसरी बार अनएकैडमी ने की छंटनी, 250 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, जानिए इसके पीछे की वजह

Written by:Rishabh Namdev
Published:
Unacademy : पहले बायजू वित्तीय संकट में फंसी थी और अब अनएकैडमी भी उसी दिशा में बढ़ती दिख रही है। दरअसल कभी स्टार्टअप के उभार की अगुवाई कर रहे इस क्षेत्र पर अब मुश्किलें आ गई हैं।
Employee News : पिछले दो साल में तीसरी बार अनएकैडमी ने की छंटनी, 250 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, जानिए इसके पीछे की वजह

Employee News : भारत में एडटेक सेक्टर की स्थिति फिलहाल ठीक चलती हुई नहीं दिखाई दे रही है। दरअसल कभी स्टार्टअप के उभार की अगुवाई कर रहे इस क्षेत्र पर अब मुश्किलें आ गई हैं। पहले बायजू वित्तीय संकट में फंसी थी और अब अनएकैडमी भी उसी दिशा में बढ़ती दिख रही है। जानकारी के अनुसार अनएकैडमी ने पिछले 2 सालों में तीसरी बार अपने कर्मचारियों की छंटनी की है। हालांकि कंपनी का कहना है कि वह अपने परिचालन को बेहतर बनाने के प्रयास में है।

250 कर्मचारियों की नौकरी पर संकट:

दरअसल सॉफ्टबैंक द्वारा निवेशित एडटेक स्टार्टअप अनएकैडमी ने एक बार फिर से कर्मचारियों की छंटनी की है। ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में अनएकैडमी ने 250 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। हालांकि यह छंटनी चिंता का विषय बन चुकी है क्योंकि यह तीसरी बार है जब अनएकैडमी ने छंटनी की है।

किन कर्मचारियों पर हुई छंटनी?

रिपोर्ट के मुताबिक, जिन कर्मचारियों को अनएकैडमी ने नौकरी से हटाया है, उनमें से करीब 100 कर्मचारी बिजनेस डेवलपमेंट और मार्केटिंग जैसे कोर टीम के सदस्य थे। इसके अतिरिक्त, सेल्स विभाग के कर्मचारियों को भी प्रभावित किया गया है। अनएकैडमी ने कर्मचारियों की छंटनी की पुष्टि करते हुए एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि कंपनी अपनी कारोबारी दक्षता में सुधार और संचालन को सुव्यवस्थित करने के प्रयास में लगी हुई है। यह छंटनी उन्हीं प्रयासों का हिस्सा है।

पहले भी हो चुकी हैं छंटनियां:

यह ध्यान देने योग्य है कि अनएकैडमी इससे पहले भी छंटनी कर चुकी है। अप्रैल 2022 में कंपनी ने लगभग 1,000 कर्मचारियों को, जिनमें कांट्रैक्ट और फुल टाइम दोनों शामिल थे, नौकरी से हटाया था। इसके बाद मार्च 2023 में भी 380 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था।

एडटेक सेक्टर में आई इस मौजूदा स्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कोविड के समय ऑनलाइन शिक्षा में आई तेजी ने कई कंपनियों को बड़े अवसर प्रदान किए, लेकिन कोविड के बाद के दौर में ऑफलाइन शिक्षा की वापसी ने इन कंपनियों के बिजनेस मॉडल को चुनौती दी है।