Sun, Dec 28, 2025

Lockdown में नौकरी गवाने वाले कर्मचारियों के लिए सरकार का बड़ा फैसला, दी खुशखबरी

Written by:Kashish Trivedi
Published:
Last Updated:
Lockdown में नौकरी गवाने वाले कर्मचारियों के लिए सरकार का बड़ा फैसला, दी खुशखबरी

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र सरकार (Modi Government) ने कर्मचारियों (employees) के लिए बड़ी घोषणा की है। जिससे नौकरी कमाने वाले लाखों निजी कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी। दरअसल आज उत्तर प्रदेश (uttar pradesh) में कई कार्यक्रमों का उद्घाटन करने पहुंची केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (nirmala sitharaman) ने कहा कि Corona की दूसरी लहर के लॉकडाउन (lockdown) के दौरान नौकरी गंवाने वाले लोगों को भी सरकार PF (Provindent Fund) का पैसा देगी। शनिवार को बड़ी घोषणा करते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि जिसने अपनी नौकरी गवाई है, उसे 2022 में प्रोविडेंट फंड का अंशदान भुगतान किया जाएगा।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को घोषणा की कि केंद्र सरकार उन लोगों के लिए 2022 तक नियोक्ता और कर्मचारी दोनों के लिए भविष्य निधि (PF) योगदान का भुगतान करेगी। जिन्हें नौकरी खोने के बाद औपचारिक क्षेत्र में छोटे पैमाने की नौकरियों के लिए काम पर वापस बुलाया गया था। उन्होंने अनौपचारिक क्षेत्र में नौकरी खोने के बाद अपने मूल स्थान पर लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों का समर्थन करने के केंद्र के प्रयास पर भी प्रकाश डाला।

Read More: Transfer : MP में फिर हुए थोकबंद तबादले, यहां देखें लिस्ट

यदि किसी जिले में, अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले 25,000 से अधिक प्रवासी श्रमिक अपने मूल स्थान पर लौटते हैं, उन्हें रोजगार के लिए 16 केंद्रीय योजनाओं से लाभ मिलेगा। 2020 में हमने कोरोना के कारण मनरेगा के बजट को 60,000 करोड़ से बढ़ाकर लगभग 1 लाख करोड़ रुपये कर दिया है।

कई योजनाओं और पहलों के शुभारंभ के लिए सीतारमण लखनऊ में थीं। उन्होंने ‘मिशन शक्ति 3.0’ के लॉन्च पर दर्शकों को संबोधित किया। जिसके तहत 1.55 लाख लड़कियों के खाते में 30.12 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। सीतारमण ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिलाएं उत्तर प्रदेश के विकास का नेतृत्व करेंगी। उन्होंने पिछले सात वर्षों में महिलाओं और महिला उद्यमियों के लिए स्टैंड-अप इंडिया योजना, प्रधान मंत्री मुद्रा योजना, जन-धन योजना सहित वित्तीय समावेशन नीतियों पर भी खुलखार बात की।