ग्वालियर। ग्वालियर में शुक्रवार दोपहर एक दर्दनाक हादसे में 90 वर्षीय बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई। बहोड़ापुर थाना क्षेत्र की अरनव कॉलोनी में घर के बाहर धूप सेंक रहे बुजुर्ग पर गिट्टी से भरा डंपर पलट गया, जिससे वे उसके नीचे दब गए। हादसा इतना अचानक था कि आसपास मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही बुजुर्ग की जान चली गई।
मृतक की पहचान गिर्राज शर्मा (90) के रूप में हुई है। वे पेशे से किसान थे और अपने नाती सतीश शर्मा के साथ अरनव कॉलोनी में रहते थे। शुक्रवार दोपहर वे रोज़ की तरह घर के बाहर दरवाजे पर बैठे थे। इसी दौरान पास में चल रहे निर्माण कार्य के लिए गिट्टी लेकर आया डंपर सड़क किनारे से गुजर रहा था।
प्रत्यक्ष परिस्थितियों के अनुसार, डंपर का एक टायर पाइपलाइन बिछाने के लिए खोदे गए गड्ढे में उतर गया। असंतुलित होते ही डंपर पलट गया और उसमें भरी पूरी गिट्टी बुजुर्ग पर जा गिरी। हादसे में गिर्राज शर्मा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
डंपर जब्त, चालक की तलाश कर रही पुलिस
घटना के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने डंपर को जब्त कर लिया है। बहोड़ापुर थाना प्रभारी आलोक सिंह परिहार ने बताया कि मामले में डंपर चालक के खिलाफ लापरवाही से मौत का प्रकरण दर्ज किया गया है। डंपर मालिक से भी संपर्क किया गया है और फरार चालक की तलाश की जा रही है।
खोदी गई सड़क ठीक से नहीं भरी, लोग कर रहे सवाल
इस हादसे ने कई अहम सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रथम दृष्टया जहां डंपर चालक की लापरवाही सामने आती है, वहीं सड़क पर की गई खुदाई और उसे ठीक से न भरे जाने का पहलू भी गंभीर माना जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि सड़क पर खोदे गए गड्ढे को समय पर और मजबूती से भरा गया होता, तो डंपर का संतुलन नहीं बिगड़ता।
ठेकेदार की भूमिका की जाँच कि बात उठी
जानकारी के अनुसार, क्षेत्र में अमृत योजना के तहत पानी की पाइपलाइन डालने का काम चल रहा था। लाइन डालने के बाद सड़क की मरम्मत को लेकर लापरवाही के आरोप पहले भी सामने आते रहे हैं। ऐसे में इस हादसे में निर्माण ठेकेदार की भूमिका को लेकर भी जांच की आवश्यकता बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। डंपर चालक की तलाश के साथ-साथ घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। नगर निगम पक्ष से प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया जा रहा है।
डिस्क्लेमर: यह खबर प्रारंभिक पुलिस जानकारी और स्थानीय तथ्यों पर आधारित है। जांच के निष्कर्ष आने पर विवरण में बदलाव संभव है।





