कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा की मौजूदा कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए राज्य की सैनी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा आज अपराध की दलदल में फंसा हुआ है और स्थिति ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ जैसी बन चुकी है। रविवार (20 जुलाई, 2025) को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री नायब सिंह सैनी को विफल बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की।
सुरजेवाला ने अपराध के बढ़ते आंकड़े पेश करते हुए कहा कि हरियाणा में अब खिलाड़ी नहीं, अपराध सुर्खियों में हैं। उन्होंने बताया कि खुद सरकार ने 2025 की शुरुआत में माना था कि राज्य में करीब 80 आपराधिक गैंग सक्रिय हैं। लॉरेंस बिश्नोई, बंबीहा, कौशल चौधरी जैसे गैंगsters लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। एनसीआरबी आंकड़ों के हवाले से उन्होंने कहा कि 2024 में 966 हत्याएं हुईं, जबकि जनवरी से मार्च 2025 के बीच 4137 लोग लापता हुए, जिनमें ज्यादातर किडनैपिंग के मामले हैं।
सरकार पर माफिया के सामने घुटने टेकने का आरोप
रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सैनी सरकार ने माफियाओं के आगे घुटने टेक दिए हैं और जनता को असुरक्षित छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में ड्रग्स, पेपर लीक, भ्रष्टाचार और किसानों पर अत्याचार आम हो चुका है। सुरजेवाला ने दावा किया कि अगर सरकार अपराध और संविधान की रक्षा नहीं कर सकती, तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
सरकार ने किया आरोपों का खंडन
सुरजेवाला के आरोपों को लेकर हरियाणा सरकार के प्रवक्ता ने पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस नेता के आरोप तथ्यहीन और भ्रामक हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है और महिलाओं की सुरक्षा, साइबर अपराध, ड्रग्स और माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं। साथ ही बताया कि 2014 में हत्या के मामले 1106 थे, जबकि 2024 में यह घटकर 966 रह गए हैं।
STF की कार्रवाई और सख्त निर्देश
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 2023 से अब तक STF ने 433 इनामी अपराधियों, 248 गैंगस्टर्स और 792 गंभीर मामलों के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सरकार का दावा है कि प्रदेश की जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है और कानून-व्यवस्था पर किसी भी तरह की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।





