Thu, Dec 25, 2025

J.P. Nadda के एमपी दौरे पर जीतू पटवारी के 5 तीखे सवाल, कफ सिरप कांड और चूहों की घटना पर मांगा जवाब, सीएम को दी नसीहत

Written by:Banshika Sharma
Published:
Last Updated:
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के एमपी दौरे के दौरान राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर पांच सवाल पूछे हैं। पटवारी ने छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड, सरकारी मेडिकल कॉलेजों में निजी भागीदारी और अस्पतालों में चूहों द्वारा बच्चों को कुतरने जैसी घटनाओं पर जवाब मांगा है।
J.P. Nadda के एमपी दौरे पर जीतू पटवारी के 5 तीखे सवाल, कफ सिरप कांड और चूहों की घटना पर मांगा जवाब, सीएम को दी नसीहत

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के मध्य प्रदेश दौरे के बीच सियासत गरमा गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उनके आगमन पर स्वागत के साथ ही राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर पांच तीखे सवाल पूछे हैं। सोशल मीडिया के जरिए उठाए गए इन सवालों में पटवारी ने मध्य प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली और स्वास्थ्य विभाग की कथित नाकामियों को घेरा है।

जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि वे जेपी नड्डा का स्वागत करते हैं, लेकिन साथ ही 5 सवाल भी कर रहे हैं। उन्होंने सबसे पहले प्रदेश के नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में निजी भागीदारी (PPP मॉडल) को लेकर सवाल खड़ा किया। उन्होंने पूछा कि आखिर सरकारी मेडिकल कॉलेजों में निजी भागीदारी क्यों की जा रही है?

छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड और अस्पतालों की बदहाली

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हाल ही में छिंदवाड़ा में हुई एक गंभीर घटना का जिक्र करते हुए पूछा कि वहां कफ सिरप पीने से मासूम बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन है? इसके अलावा, उन्होंने इंदौर के शासकीय एमवाई अस्पताल की उस घटना को भी याद दिलाया, जिसमें बच्चों को चूहों द्वारा कुतरने की खबरें सामने आई थीं। पटवारी ने पूछा कि प्रदेश के बड़े सरकारी अस्पतालों में ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं?

घोटाले और स्टाफ की कमी पर घेरा

पटवारी ने अपने सवालों की सूची में कथित ‘व्हाइट हाउस’ घोटाले का भी जिक्र किया। उन्होंने आरोप लगाया कि लाखों फर्जी जांच कर सरकारी धन की लूट कैसे की गई? इसके साथ ही उन्होंने मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों और स्टाफ की भारी कमी का मुद्दा भी उठाया।

जीतू पटवारी ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर स्वास्थ्य बजट ईमानदारी से खर्च हो, तो मध्य प्रदेश के हर नागरिक का इलाज मुफ्त हो सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सरकार को नसीहत देते हुए लिखा कि मध्य प्रदेश को अब इमारतें नहीं, बल्कि इंसाफ और इलाज चाहिए।