रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने विपक्षी नेताओं पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि झूठे नैरेटिव फैलाकर जनता को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में शरद पवार के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें पवार ने दावा किया था कि महाराष्ट्र चुनाव के दौरान दो लोग उनके पास आए और 160 सीटें जिताने की गारंटी दी। आठवले ने कहा कि अगर कोई ऐसा दावा करता है, तो वह व्यक्ति ब्लैकमेल करने वाला हो सकता है, क्योंकि चुनाव एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है और ऐसे दावे संदेह पैदा करते हैं।
रामदास आठवले का विपक्ष पर हमला
ईवीएम को लेकर उठते सवालों पर आठवले ने कहा कि हो सकता है कुछ मशीनों में खराबी हो, लेकिन सभी मशीनें खराब नहीं हो सकतीं। उन्होंने याद दिलाया कि लोकसभा चुनाव में जब एनडीए को कम और इंडिया ब्लॉक को ज्यादा सीटें मिलीं, तब उनकी ओर से कोई सवाल नहीं उठाया गया। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए आठवले ने कहा कि उन्होंने संविधान बदलने का झूठा प्रचार किया, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। उनके अनुसार, यह प्रचार करके राहुल और उनके सहयोगियों ने लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें हासिल कीं, लेकिन अब जनता इन झूठों को पहचान चुकी है।
आठवले ने बताया कि उन्होंने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने आतंकवादियों के ठिकाने ध्वस्त कर दिए और एक भी नागरिक को नुकसान नहीं हुआ, जो काबिले तारीफ है। इसके अलावा, उन्होंने पीएम मोदी से महाराष्ट्र में आरपीआई के लिए विधानसभा, जिला परिषद और स्थानीय निकाय चुनावों में सीटों की मांग की। आठवले ने कहा कि भाजपा की महाराष्ट्र इकाई आरपीआई के साथ अन्याय कर रही है और महायुति उन्हें दरकिनार कर रही है। उन्होंने एक मंत्री पद और एक एमएलसी सीट की भी मांग रखी।
केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी को चुनौती दी कि वे केवल बयानबाजी न करें, बल्कि चुनाव आयोग के पास जाकर अपनी बात रखें। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि अगर कोई गलती है तो सुधार के लिए वे तैयार हैं। आठवले ने दावा किया कि लोकसभा में नुकसान के बावजूद हरियाणा, दिल्ली और महाराष्ट्र के चुनावों में भाजपा और एनडीए को सफलता मिली है, जिसमें महाराष्ट्र में 237 सीटें उनके पक्ष में आईं। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास एनडीए के साथ है और विपक्ष को आरोप लगाने के बजाय सबूत पेश करने चाहिए।





