पिछले कुछ दिनों से इंडिगो एयरलाइंस चर्चाओं में है। हाल ही में बड़ी संख्या में इंडिगो की फ्लाइट रद्द होने से यात्री परेशान हुए थे, जिसके चलते इंडिगो एयरलाइंस की मोनोपोली पर भी बहस छिड़ गई थी। दरअसल, पिछले कुछ सालों में हवाई यात्रियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इसे देखते हुए देश की बड़ी-बड़ी एयरलाइंस ने अपने विमानों की संख्या में बढ़ोतरी की, लेकिन बावजूद इसके यात्रियों की परेशानी कम नहीं हुई।
वहीं अब केंद्र सरकार की ओर से यात्रियों को और अधिक विकल्प उपलब्ध कराने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। दरअसल सरकार ने उड़ान भरने की तैयारी कर रही दो नई विमान कंपनियों को परिचालन की मंजूरी दे दी है।
AI Hindi Air और FlyExpress को NOC मिला
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से AI Hindi Air और FlyExpress को परिचालन की मंजूरी दे दी गई है। इन दोनों ही कंपनियों को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया है। एक तरफ जहां इंडिगो संकट और अन्य एयरलाइंस पर बढ़ रहे परिचालन दबाव से घरेलू विमानन बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है, तो ऐसे वक्त में केंद्र सरकार का यह फैसला बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दरअसल सरकार द्वारा लिया गया यह कदम घरेलू विमानन क्षेत्र में मौजूद कंपनियों के अत्यधिक दबदबे को कम करने और बाजार में संतुलन लाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। जानकारी दे दें कि Shankh Air को पहले ही एनओसी दिया जा चुका है।
क्या यात्रियों को होगा फायदा?
हाल ही में इंडिगो एयरलाइंस को लेकर मोनोपोली के सवाल उठे थे। बता दें कि इंडिगो अकेले लगभग 65 प्रतिशत घरेलू बाजार पर हिस्सेदारी रखती है। वहीं एयर इंडिया और इंडिया एक्सप्रेस को साथ मिलाकर देखा जाए तो यह हिस्सेदारी लगभग 90 प्रतिशत तक पहुंच जाती है। ऐसे में सरकार की ओर से उठाए गए इस बड़े फैसले से न सिर्फ प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, बल्कि टिकट कीमतों में भी संतुलन देखने को मिल सकता है। एयरलाइंस अपनी सेवा की गुणवत्ता सुधारने की कोशिश करेंगी और यात्रियों को ज्यादा विकल्प देने का प्रयास करेंगी। दरअसल आने वाले समय में AI Hindi Air, FlyExpress और Shankh Air जैसी नई कंपनियों की एंट्री होने जा रही है, जिससे भारतीय विमानन बाजार में प्रतिस्पर्धा और तेज हो जाएगी।





