Arvind Kejriwal in defense of Rahul Gandhi : राहुल गांधी द्वारा मोदी सरनेम को लेकर दिए गये एक विवादित बयान को लेकर सूरत की अदालत ने उन्हें आज दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई है, हालाँकि इसमें उन्हें तत्काल जमानत भी मिल गई, उधर कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बचाव में उतर आये हैं लेकिन बड़ी बात ये है कि आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल भी राहुल के बचाव में उतर आये हैं।
राहुल के बचाव में केजरीवाल ने किया ट्वीट
“AAP” मुखिया अरविंद केजरीवाल ने राहुल को सजा का ऐलान होने के बाद ट्वीट किया – “ग़ैर बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुक़दमे करके उन्हें ख़त्म करने की साज़िश हो रही है हमारे कांग्रेस से मतभेद हैं मगर राहुल गांधी जी को इस तरह मानहानि मुक़दमे में फंसाना ठीक नहीं। जनता और विपक्ष का काम है सवाल पूछना। हम अदालत का सम्मान करते हैं पर इस निर्णय से असहमत हैं।”
ग़ैर बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुक़दमे करके उन्हें ख़त्म करने की साज़िश हो रही है
हमारे कांग्रेस से मतभेद हैं मगर राहुल गांधी जी को इस तरह मानहानि मुक़दमे में फ़साना ठीक नहीं। जनता और विपक्ष का काम है सवाल पूछना। हम अदालत का सम्मान करते हैं पर इस निर्णय से असहमत हैं
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 23, 2023
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दी राहुल को नसीहत
उधर भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने ट्वीट कर राहुल गांधी को नसीहत दी है – गौरव भाटिया ने ट्वीट किया राहुल गांधी एक गैरजिम्मेदार नेता हैं, उन्हें अब कानून की ताकत का एहसास होना चाहिए और यह भी कि नकली गांधी परिवार देश के कानून से ऊपर नहीं है। आरोपी से अब अपराधी बनने तक का शर्मनाक सफर।- ”
राहुल गांधी एक गैरजिम्मेदार नेता हैं, उन्हें अब कानून की ताकत का एहसास होना चाहिए और यह भी कि नकली गांधी परिवार देश के कानून से ऊपर नहीं है।
आरोपी से अब अपराधी बनने तक का शर्मनाक सफर।— Gaurav Bhatia गौरव भाटिया 🇮🇳 (@gauravbhatiabjp) March 23, 2023
अरविंद केजरीवाल के रुख पर राजनीतिक विश्लेषक आश्चर्य में
राहुल को सजा सुनाये जाने के मामले में अरविंद केजरीवाल द्वारा मोदी सरकार पर निशाना साधना तो समझ में आता है लेकिन राहुल गांधी का बचाव करना समझ से परे है, राजनीतिक विश्लेषक भी अरविंद केजरीवाल के इस कदम पर आश्चर्य कर रहे हैं और इसके पीछे की वजह ढूंढ रहे हैं क्योंकि इससे पहले सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर हुई क़ानूनी प्रक्रिया और कार्रवाई पर केजरीवाल ने चुप्पी साध रखी थी।
अरविंद के यू टर्न की एक वजह ये भी मानी जा रही
बहरहाल अरविंद केजरीवाल के यू टर्न को लेकर अलग अलग कयास लगाये जा रहे हैं, ऐसा माना जा रहा है कि शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल के राइट हेंड मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद “आप” को अपना रुख बदलना पड़ा है क्योंकि मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी पर कुछ कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाये थे और इसे मोदी सरकार की बदले की कार्रवाई बताया था और उसके बाद कुछ कांग्रेस नेताओं ने सवाल किये थे कि जब कांग्रेस के नेताओं पर कुछ एक्शन होता है तो केजरीवाल या उनकी पार्टी के नेता चुप क्यों रहते हैं?





