महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री और भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का जीवन पूरी तरह पारदर्शी रहा है, इसलिए उनके इस्तीफे पर संदेह करना ठीक नहीं है। धनखड़ ने सोमवार को स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपते हुए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ने की बात कही थी।
कांग्रेस ने दावा किया कि धनखड़ के इस्तीफे की वजह उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य कारणों से ज्यादा गंभीर है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू के शामिल न होने से धनखड़ अपमानित महसूस कर रहे थे। नड्डा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने और रीजीजू ने उपराष्ट्रपति कार्यालय को पहले ही सूचित कर दिया था कि वे बैठक में नहीं आ पाएंगे।
शक करना गलत
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर उठ रहे सवालों के जवाब में बावनकुले ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति स्वास्थ्य कारणों से अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पाता, तो उसे इस्तीफा देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि धनखड़ ने जो कारण बताया, वही सही है और उनके जैसे साफ-सुथरे व्यक्ति पर शक करना गलत है।
खुद अपनी बात स्पष्ट कर दी
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के बारे में पूछे गए सवाल पर बावनकुले ने कहा कि कोकाटे ने खुद अपनी बात स्पष्ट कर दी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की जांच की बात कही है। कोकाटे ने दावा किया है कि विपक्ष ने एक वीडियो साझा कर उन्हें बदनाम किया, जिसमें कहा गया कि वे विधान परिषद में मोबाइल पर रमी खेल रहे थे। कोकाटे ने कहा कि वे इसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री और विधान परिषद के अध्यक्ष को पत्र लिखेंगे और अगर दोषी पाए गए तो तुरंत इस्तीफा दे देंगे।





