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Thu, Dec 18, 2025

‘दिल्ली में फुलेरा पंचायत वाली सरकार…’, CM रेखा गुप्ता की मीटिंग में दिखे पति मनीष तो AAP ने घेरा!

Written by:Vijay Choudhary
Published:
‘दिल्ली में फुलेरा पंचायत वाली सरकार…’, CM रेखा गुप्ता की मीटिंग में दिखे पति मनीष तो AAP ने घेरा!

दिल्ली में राजनीति का नया मुद्दा सामने आया है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर परिवारवाद का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता सरकारी मीटिंग में शामिल हो रहे हैं, जो पूरी तरह असंवैधानिक है। AAP ने मीटिंग की तस्वीरें भी एक्स पर शेयर की हैं और इसे फुलेरा पंचायत से जोड़कर तंज कसा है। वहीं, मुख्यमंत्री ने अपनी सफाई में कहा कि वह विकास कार्यों की समीक्षा कर रही थीं। अब मामला राजनीतिक विवाद बन गया है और दिल्ली में बहस तेज हो गई है।

परिवारवाद का आरोप, फुलेरा पंचायत से तुलना

AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में प्रजातंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के पति सरकारी मीटिंग में बैठकर अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं। यह वही हाल है जो टीवी शो ‘फुलेरा पंचायत’ में दिखाया गया था, जहाँ महिला प्रधान के पति प्रधान की तरह काम करते थे। AAP ने सवाल उठाया कि यदि मुख्यमंत्री के पास भरोसेमंद कार्यकर्ता नहीं हैं तो परिवार का सहारा क्यों लिया जा रहा है। भाजपा पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि परिवारवाद पर बोलने वालों को खुद जवाब देना चाहिए।

संजय सिंह ने भी कसा तंज, मामला बढ़ा

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि “फुलेरा पंचायत में स्वागत है, मोदी जी ने दिल्ली में दो मुख्यमंत्री बना दिए हैं – एक रेखा गुप्ता और दूसरा उनका पति सुपर CM।” संजय सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि छह महीने में दिल्ली की हालत खराब कर दी गई है। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने तस्वीरें पोस्ट कर साफ किया कि वह शालीमार बाग में विकास कार्यों की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने अधिकारियों को जलभराव, बाजार और पेड़ों से जुड़े कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री की सफाई और आगे की योजना

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि बैठक में शालीमार बाग क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों से नियमित निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा। साथ ही जलभराव वाले क्षेत्रों में हार्वेस्टिंग प्वाइंट बनाने, बाजारों को बेहतर करने और गिरते पेड़ों को हटाने की योजना शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये बैठक क्षेत्रीय विकास को गति देने के लिए थी, न कि किसी राजनीतिक उद्देश्य से। इस विवाद ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है और परिवारवाद को लेकर बहस और तेज हो गई है।