इस समय सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स पर हैप्पी न्यू ईयर स्कैम को लेकर अलर्ट जारी किया जा रहा है। दरअसल दावा किया जा रहा है कि हैप्पी न्यू ईयर की बधाई के मैसेज के बीच साइबर ठग लोगों को अपना निशाना बना सकते हैं। आमतौर पर लोग एक-दूसरे को हैप्पी न्यू ईयर की बधाइयां मैसेजिंग ऐप्स के जरिए देते हैं। ऐसे में साइबर ठग बधाई के नाम पर एपीके फाइल्स भेजकर लोगों के मोबाइल में मालवेयर डालने की कोशिश कर सकते हैं। खासतौर पर एंड्रॉयड यूजर्स को इसका निशाना बनाया जा सकता है। दरअसल ज्यादातर लोग फाइल एक्सटेंशन ऑफ रखते हैं, ऐसे में बिना जांचे लिंक या फाइल डाउनलोड कर लेते हैं।
दरअसल न्यू ईयर के आते ही लोग एक-दूसरे को बधाइयां देते हैं और इसी मौके का फायदा साइबर ठग उठा सकते हैं। हालांकि बीते सालों में भी इस तरह की घटनाएं बढ़ी हैं, लेकिन आमतौर पर साइबर ठग वीडियो और फोटो के जरिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते थे। इस बार एपीके फाइल्स इसका तरीका हो सकती हैं।
ऐसे बनाते हैं साइबर ठग लोगों को निशाना
दरअसल, इस तरह के मैसेज साइबर ठग फैमिली या फ्रेंड के नाम पर भेजते हैं, जिससे किसी को शक न हो और यूजर फाइल को डाउनलोड कर ले। यूजर द्वारा ऐसा कर लेने पर फोन में मालवेयर डाउनलोड हो सकता है और इसके चलते फोटो, गैलरी, कॉन्टैक्ट्स, यूपीआई ऐप, बैंकिंग डिटेल्स और व्हाट्सएप तक का एक्सेस मिल सकता है। कई मामलों में फोन से ऑटोमैटिक तरीके से दूसरे लोगों को भी वही फाइल फॉरवर्ड हो जाती है। ऐसे में साइबर ठग द्वारा लोगों को निशाना बनाया जाता है। फाइल एक्सटेंशन ऑफ होने के चलते लोगों को यह नहीं दिख पाता कि वह वीडियो है, फोटो है या फिर कोई एपीके फाइल है।
जानिए कैसे बचा जा सकता है
ऐसे में यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी अनजान या संदिग्ध APK फाइल को डाउनलोड न करें। इस तरह के साइबर फ्रॉड से बचने के लिए, चाहे फाइल किसी जानने वाले के नंबर से ही क्यों न आई हो, उसे डाउनलोड न करें। अगर कोई हैप्पी न्यू ईयर वीडियो या फोटो आपको मैसेंजर ऐप्स के जरिए भेजता है और वह इंस्टॉल होने वाली फाइल है, तो तुरंत उसे डिलीट कर दें। फोन की सेटिंग में जाकर अननोन सोर्स से ऐप इंस्टॉल का ऑप्शन बंद कर दें। इसके अलावा यूपीआई ऐप में रोजाना ट्रांजैक्शन लिमिट सेट करें और ओटीपी किसी के साथ शेयर न करें। अगर गलती से फाइल डाउनलोड हो जाती है, तो तुरंत मोबाइल डेटा बंद कर दें, फोन को सेफ मोड में डालें और साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करें। ऐसे में न्यू ईयर के मौके पर आपको डिजिटल फ्रॉड से भी सतर्क रहना चाहिए।





