MP Breaking News
Sun, Dec 21, 2025

Janmashtami 2023: कृष्ण जन्मोत्सव पर लगाएं इन वस्तुओं का भोग, कन्हैया की है प्रिय

Written by:Diksha Bhanupriy
Published:
Janmashtami 2023: कृष्ण जन्मोत्सव पर लगाएं इन वस्तुओं का भोग, कन्हैया की है प्रिय

Janmashtami 2023: नटखट नंदलाला भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्यौहार है। इस बार जन्माष्टमी 6 और 7 सितंबर को मनाई जाने वाली। रात 12 बजे कन्हैया का जन्मोत्सव होगा और दिनभर धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस विशेष दिन पर खास तौर से साज सज्जा की जाती है। झूला सजाया जाता है, जिसमें कान्हा को बैठकर झुलाया जाता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह कहा जाता है कि अगर श्री कृष्ण को उनकी प्रिय वस्तुओं का भोग लगाया जाता है, तो उनकी कृपा दृष्टि हम पर पड़ती है। यह तो सभी जानते हैं कि कन्हैया को माखन कितना पसंद है, लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसी चीज हैं, जो उन्हें भोग के तौर पर अर्पित की जाती है। चलिए आज हम आपको इन्हीं के बारे में बताते हैं।

माखन

धार्मिक ग्रंथो में जो उल्लेख मिलता है, उसके मुताबिक यह कहा जाता है कि बचपन में भगवान श्री कृष्णा मटकियों में रखा हुआ माखन चुरा कर खाते थे। यही कारण है कि उनका एक नाम माखनचोर भी है। जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए उन्हें माखन का भोग जरूर अर्पित करें।

खीर

ऐसा बताया जाता है कि श्री कृष्ण को अपनी मां यशोदा के हाथ की खीर बहुत पसंद थी। अगर आप श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो जन्माष्टमी के दिन उन्हें चावल से बनाई गई खीर जरूर अर्पित करें।

मिश्री

कन्हैया को जब भी माखन का भोग लगाया जाता है उसके साथ मिश्री जरूर अर्पित की जाती है। माखन के साथ खाई गई मिश्री उसके स्वाद को बढ़ा देती है। जब भी आप माखन का भोग लगाएं उसके साथ मिश्री रखना कभी ना भूलें।

पंजीरी

जन्माष्टमी पर पंजीरी का प्रसाद विशेष तौर पर वितरित किया जाता है। रात में जब भगवान श्री कृष्ण का जन्म होता है तब उन्हें सबसे पहले पंजीरी ही अर्पित की जाती है। यह धनिया से बनी हुई होती है, जिसमें मिठास के लिए शक्कर का इस्तेमाल किया जाता है।

तिल

जन्माष्टमी पर जब आप कृष्ण पूजा करेंगे उस समय कन्हैया को काले तिल से बने मिष्ठान अर्पित कर सकते हैं। ऐसा कहां जाता है कि मिष्ठानो में डला काला तिल उन्हें बहुत प्रिय है।

कृष्ण जन्माष्टमी मुहूर्त

इस बार जन्माष्टमी का पर्व 2 दिनों तक मनाया जाने वाला है। इस दिन के शुभ मुहूर्त की बात करें तो यह 6 सितंबर को 03:37 मिनट से प्रारंभ होकर अगले दिन 4:14 मिनट तक रहने वाली है।

Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।