हर माता-पिता अपने बच्चों को बेस्ट नाम देने की कोशिश करते हैं। वो ये सोचते हैं कि बच्चों का नाम ऐसा होना चाहिए जो उनके जीवन पर सकारात्मक असर डालने का काम करे। आज हनुमान जयंती है, जिसे बजरंगबली के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। अगर आप तो हनुमान भक्त हैं तो अपने बच्चों का प्रभु के नाम पर नामकरण कर सकते हैं।
बच्चों का नामकरण करना सुनने में जरूर आसान है लेकिन करने में बहुत मुश्किल है। दरअसल, नाम हमारे जीवन को बहुत गहरे तरीके से प्रभावित करते हैं और जैसा व्यक्ति का नाम होता है वैसे ही उसके अंदर क्वालिटी भी आती है। अगर आप यह चाहते हैं कि आपका बच्चा बहादुर बने और उसके अंदर अच्छे गुणों का विकास हो तो पवन पुत्र के नाम पर आप नामकरण कर सकते हैं। चलिए हम आपको कुछ मॉडर्न और अर्थपूर्ण नाम बताते हैं।
मारुति (Spiritual Baby Name)
यह बहुत ही खूबसूरत नाम है जो आप अपने नन्हे राजकुमार को दे सकते हैं। हनुमान जी को इस नाम से भी पुकारा जाता है। दरअसल, वह वायु पुत्र हैं और हवा की गति से उड़ते हैं इसलिए उन्हें ऊर्जा और गति से जुड़ा हुआ यह नाम दिया गया है।
अंजनेय
यह बहुत ही खूबसूरत नाम है जो आप अपने प्यारे बच्चे को दे सकते हैं। हनुमान जी अंजनी पुत्र हैं इसलिए उन्हें इस नाम से पुकारा जाता है। यह सुंदर नाम शक्ति को दर्शाने का काम करता है।
कपिश
बेटे के लिए यह नाम भी बेस्ट रहने वाला है। हनुमान जी का स्वरूप वानर का है इसलिए उन्हें यह नाम दिया गया है। दरअसल कपीश का अर्थ वानरों का राजा होता है।
अजेश
ये बहुत ही खूबसूरत नाम है, जो बेटे के लिए बेस्ट रहेगा। इस नाम का अर्थ जिंदगी को खुशी-खुशी जीने वाला व्यक्ति होता है। इस तरह के लोग बहुत खुश मिजाज होते हैं।
तेजस
यह प्यारा सा नाम बेटे के लिए बिल्कुल परफेक्ट रहने वाला है। इस नाम का अर्थ प्रकाशमान, उज्जवल और ऊर्जा से भरा हुआ होता है।
बजरंग
हनुमान जी को हम सभी बजरंगबली के नाम से पहचानते हैं। उन्हें नाम वज्र जैसे शरीर के कारण मिला। इस नाम का अर्थ अत्यंत बलशाली और मजबूत होता है।
संजीवन
यह बहुत ही प्यारा सा नाम है जो आप अपने नन्हे राजकुमार को दे सकते हैं। ये नाम उन्हें संजीवनी बूटी की वजह से मिला है। जब आप बच्चे का इसपर नामकरण करेंगे तो उसके जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह आएगा।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।





