MP Breaking News
Fri, Dec 19, 2025

क्या ऋषभ पंत की जगह बल्लेबाजी कर सकते हैं ध्रुव जुरेल? आईसीसी के इस नियम से लगेगा भारतीय टीम को झटका!

Written by:Rishabh Namdev
Published:
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन ही ऋषभ पंत को चोट लग जाने के कारण कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। ऋषभ पंत ने मैदान छोड़ दिया है। अब ऐसे में उनकी जगह विकेटकीपिंग के लिए ध्रुव जुरेल को बुलाया गया है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि क्या ध्रुव जुरेल बल्लेबाजी करते हुए भी नजर आएंगे या नहीं?
क्या ऋषभ पंत की जगह बल्लेबाजी कर सकते हैं ध्रुव जुरेल? आईसीसी के इस नियम से लगेगा भारतीय टीम को झटका!

इस समय भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है, जिसका तीसरा मुकाबला लॉर्ड्स के मैदान पर खेला जा रहा है। लेकिन इस मुकाबले में भारतीय टीम के सामने एक बड़ी मुसीबत खड़ी होती नजर आ रही है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या लॉर्ड्स टेस्ट में ऋषभ पंत का फुलटाइम रिप्लेसमेंट ध्रुव जुरेल को बनाया जा सकता है? इसके लिए आईसीसी के नियम क्या हैं? बता दें कि ऋषभ पंत ने चोट लगने के कारण पहले दिन ही मैदान छोड़ दिया। हालांकि अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि ऋषभ पंत को कितनी गंभीर चोट लगी है।

लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर ऋषभ पंत चोट के कारण बाहर हो जाते हैं, तो उनकी जगह ध्रुव जुरेल को विकेटकीपिंग के अलावा बल्लेबाजी करने का मौका मिलेगा या नहीं? क्या ध्रुव जुरेल ऋषभ पंत की जगह फुलटाइम रिप्लेसमेंट बन पाएंगे? चलिए जानते हैं कि इसे लेकर आईसीसी के नियम क्या कहते हैं।

जानिए कैसे लगी ऋषभ पंत को चोंट

बता दें कि ऋषभ पंत को इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच की पारी के 34वें ओवर में चोट लगी। लंच के तुरंत बाद ही जब जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी कर रहे थे, उसी दौरान लेफ्ट साइड में जाती हुई गेंद को पकड़ने के प्रयास में ऋषभ पंत को यह चोट लगी। जैसे ही पंत को चोट लगी, वह दर्द से कराह उठे, जिसके चलते मैदान पर तुरंत फिजियो को बुलाया गया। इतना ही नहीं, इसके कारण मैच को कुछ देर के लिए रोक भी दिया गया। हालांकि पंत ने मैदान पर टिके रहने की काफी कोशिश की, लेकिन ओवर खत्म होने के बाद उन्होंने मैदान छोड़ दिया और उनकी जगह विकेटकीपिंग के लिए ध्रुव जुरेल को बुलाया गया।

क्या कहते हैं आईसीसी के नियम?

आईसीसी के नियमों पर नजर डाली जाए तो प्लेइंग कंडीशन के अनुसार, अगर कोई खिलाड़ी मैच के दौरान चोटिल हो जाता है, तो उसका सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी न तो गेंदबाजी कर सकता है और न ही कप्तानी। हालांकि, अगर कोई विकेटकीपर चोटिल होता है, तो अंपायर की सहमति से वह खिलाड़ी विकेटकीपिंग कर सकता है। लेकिन उसकी जगह कोई और बल्लेबाजी नहीं कर सकता। नियमों के अनुसार, केवल वही खिलाड़ी बल्लेबाजी कर सकता है जो स्क्वॉड में शामिल हो और सब्स्टीट्यूट केवल फील्डिंग के लिए मैदान पर उतर सकता है।