इंग्लैंड के साथ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में भारत 2-1 से पीछे चल रहा है, हालांकि चौथे टेस्ट मैच में भारत ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। भारत ने पहले दिन के खेल में 264 रन बना लिए हैं और अपने चार विकेट खो दिए हैं। यह सीरीज दोनों देशों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इंग्लैंड के लिहाज से यह सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए सबसे जरूरी है, वहीं भारत के हिसाब से न सिर्फ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए, बल्कि भारत के कई खिलाड़ियों के भविष्य के लिए भी जरूरी है। इस सीरीज में भारत ने ऐसे कई खिलाड़ियों को मौका दिया है जिन्हें लंबे समय से इंडियन टीम में खेलने का मौका नहीं मिल रहा था।
अब एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है जिस खिलाड़ी को भारत ने लंबे समय बाद मौका दिया और जो एक मौके की तलाश में था, उसे मौका मिलने के बाद भी वह टीम में अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाया। तो क्या इस खिलाड़ी का करियर अब खत्म होने वाला है?
कौन है ये खिलाड़ी?
दरअसल हम करुण नायर की बात कर रहे हैं। करुण नायर ने लंबे समय तक डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया। सभी चाहते थे कि उन्हें इंडियन टीम में एक और मौका दिया जाए। बता दें कि इंडियन टीम में करुण नायर का नाम भी जुड़ चुका है, लेकिन फ्लॉप होने के चलते उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। चौथे टेस्ट मैच में भारत ने करुण नायर को फिर से बाहर कर दिया और उनकी जगह साई सुदर्शन को मौका दिया। साई सुदर्शन ने 61 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। अब सवाल उठ रहा है कि क्या करुण नायर एक बार फिर भारतीय टीम में वापसी कर पाएंगे? बता दें कि करुण नायर अब भारत लौट चुके हैं। उन्हें इस टेस्ट सीरीज से अपना नाम वापस लेना पड़ा। इसकी मंजूरी भी बीसीसीआई से मिल गई।
डोमेस्टिक क्रिकेट पर नजर डालें
हालांकि करुण नायर के डोमेस्टिक क्रिकेट पर नजर डालें तो वह किसी भी दिग्गज खिलाड़ी से कम नहीं रहे हैं। विदर्भ के लिए 2024-25 रणजी ट्रॉफी में उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया, जिसके चलते टीम ने खिताब जीता। करुण नायर इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चौथे बल्लेबाज बने। उन्होंने 16 पारियों में 53.93 की औसत से 863 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने चार शतक और दो अर्धशतक भी लगाए। इतना ही नहीं, उनका प्रदर्शन विजय हजारे ट्रॉफी में भी शानदार रहा। उन्होंने आठ पारियों में 779 रन बनाए, जिनमें पांच शतक और एक अर्धशतक शामिल हैं। यही कारण था कि उन्हें भारतीय टीम में जगह मिल गई। भारत ए के लिए खेलते हुए उन्होंने दोहरा शतक भी जड़ा।
ऐसे में शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ प्लेइंग इलेवन में चुना गया। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ उनकी छह पारियां कुछ खास नहीं रहीं। इन पारियों में उनके बल्ले से कोई भी अर्धशतक नहीं निकला।





